खबर शहर , आरोप: 'मैंने हाथ जोड़े, पैर पकड़े पर डॉक्टर-स्टाफ नहीं पसीजे',पति को पीटते रहे- बेटा रो रहा था, नहीं पसीजे – INA

डॉक्टर अनुज सरकारी पर हमले के आरोपी सिपाही पंकज की पत्नी अदिति ने गंभीर आरोप लगाए हैं। अदिति का आरोप है कि बृहस्पतिवार को अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट को लेकर कहासुनी हुई। फिर डॉक्टर व स्टाफ उनके पति को पीटने लगे। वह हाथ जोड़कर और पैर पड़कर पति को छोड़ने के लिए चीखती रहीं। पिता को मार खाता देख चार साल का बेटा शिवम रोने लगा, इसके बाद भी डॉक्टर और उनके स्टाफ का दिल नहीं पसीजा। वे पति को पीटते रहे।


अदिति ने बताया कि एक साल से उन्हें पेट की बीमारी है। पति उनके इलाज की वजह से ही नौकरी के दौरान गैरहाजिर रहे हैं। मंगलवार को पहली बार डॉ. अनुज सरकारी के अस्पताल गए। डॉक्टर ने दवा के साथ ही अल्ट्रासाउंड जांच भी लिखी। जांच करवाकर बृहस्पतिवार को रिपोर्ट दिखाने पहुंचे।

इस दौरान पति ने डॉक्टर से कहा-आपकी जांच बहुत महंगी है। खलीलाबाद में इससे कम में हो जाती है। इसपर डॉक्टर नाराज होकर गाली देने लगे। विरोध करने पर अस्पताल के स्टाफ ने जुटकर पति को बुरी तरह पीटा, इसमें उनके सिर में गंभीर चोट आई।


अदिति ने आरोप लगाया कि पति को बचाने के दौरान स्टाफ ने उनके साथ भी दुर्व्यवहार किया। तहरीर दी गई है, डॉक्टर के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। इसको लेकर वह अफसरों से भी मिलेंगी।
सिपाही बोला-मैं पत्नी को अपना चेहरा नहीं दिखा पा रहा था

बलिया से निलंबित सिपाही पंकज कुमार ने कहा-बृहस्पतिवार को अस्पताल में मुझे पीटा गया। मैंने थाने में तहरीर दी थी। मेरा मेडिकल भी कराया गया। वहां डॉक्टर अपनी पहुंच दिखाने लगे। मैं निराश होकर पत्नी और बेटे के साथ घर लौट आया।
 


इसके बाद मैं पत्नी और बेटे के सामने चेहरा नहीं दिखा पा रहा था। मेरे साथ गलत हुआ, यह सोचकर मैं रातभर जागता रहा। दूसरे दिन भी डॉक्टर के स्टाफ मिलकर मुझे मारा। मैं चाहता हूं कि मेरे साथ जो अत्याचार डॉक्टर और उनके स्टाफ ने किया है, उनके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए।

आरोपी सिपाही को पुलिस ने भेजा जेल
छात्रसंघ चौराहे पर स्थित गैस्ट्रो लीवर अस्पताल में डॉ. अनुज सरकारी पर हथौड़े से हमले करने वाले आरोपी संतकबीरनगर खलीलाबाद के मंझरिया गंगा निवासी पंकज कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर शनिवार को जेल भिजवा दिया। पंकज के अधिवक्ता ने जमानत के लिए सेशन कोर्ट में प्रार्थना पत्र भी डाला था, जो असफल हो गया।


अब तीन दिन बाद डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में पंकज के मामले में तारीख पड़ी है। वहीं पंकज की पत्नी ने भी डॉक्टर और स्टाफ के खिलाफ मारपीट और छेड़खानी की तहरीर दी है। इसकी जांच पुलिस कर रही है।


सोशल मीडिया पर भी घटना की चर्चा
इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर भी शनिवार को चर्चा चलती रही। अधिकतर लोगों ने सिपाही के पक्ष और डॉक्टर के खिलाफ प्रतिक्रिया दी। कुछ लोगों ने यहां तक लिखा है कि गोरखपुर के मनबढ़ डॉक्टरों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। वहीं कई लोगों ने कहा कि डॉक्टर का व्यवहार ठीक नहीं है, इसलिए यह घटना हुई।


यह है मामला
संतकबीरनगर के खलीलाबाद के रहने वाला पंकज कुमार यूपी पुलिस में कांस्टेबल के पद पर तैनात है। गैरहाजिर रहने की वजह से वह निलंबित चल रहा है। वह कैंट इलाके में छात्रसंघ चौराहे के पास क्लीनिक चलाने वाले गैस्ट्रो रोग विशेषज्ञ डाॅ. अनुज सरकारी के यहां पत्नी की रिपोर्ट दिखाने बृहस्पतिवार को गोरखपुर आया था।


आरोप है कि अल्ट्रासाउंड के शुल्क को लेकर विवाद के डॉक्टर के स्टाफ ने सिपाही की जमकर पिटाई कर दी। घटना से गुस्साया सिपाही शुक्रवार को एक बार फिर अस्पताल पहुंचा और चैंबर में घुसकर डॉ. अनुज सरकारी के सिर पर हथौड़े से हमला कर दिया।

एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि डॉक्टर पर हमला करने के आरोप में आरोपी सिपाही को गिरफ्तार कर जेल भिजवा दिया गया है। मेरे पास सिपाही की तरफ से अभी कोई शिकायत नहीं आई है।
 


Credit By Amar Ujala

Back to top button