आगरा में प्रदूषण की गंभीर स्थिति: पर्यावरणविदों ने ताज ट्रिपेजियम जोन के कार्यों का सोशल ऑडिट कराने की मांग की
रिपोर्ट - बृज खंडेलवाल
आगरा, 21 नवंबर– पर्यावरण संवर्द्धन के प्रति जागरूक नागरिकों और संगठनों ने आज ताज ट्रिपेजियम जोन (टीटीजेड) के अध्यक्ष ऋतु महेश्वरी को एक ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में आगरा में प्रदूषण की स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की गई है, और इसके समाधान के लिए ताज ट्रिपेजियम जोन के कार्यकलापों का सामाजिक ऑडिट कराने की मांग की गई है।
रिवर कनेक्ट कैंपेन के प्रमुख बृज खंडेलवाल और डॉ. देवाशीष भट्टाचार्य ने यह ज्ञापन प्रस्तुत करते हुए बताया कि 1994 में सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बावजूद आगरा में प्रदूषण की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है। चालीस वर्षों की निरंतर वृद्धि ने न केवल स्थानीय वातावरण को प्रभावित किया है, बल्कि यह शहरवासियों के स्वास्थ्य और जीवन की गुणवत्ता को भी गंभीर खतरे में डाल दिया है।
उनका यह भी कहना था कि आई.टी. और शैक्षिक संस्थानों के विकास के बावजूद, ट्रैफिक की भीड़, सड़कों की खराब गुणवत्ता, अतिक्रमण और स्थानीय लोगों के यातायात ज्ञान की कमी से वायु प्रदूषण में बढ़ोतरी हो रही है। उन्होंने नीतियों में ऐसे बदलाव की मांग की है जो मानव-केंद्रित हों, न कि केवल मशीनों और वाहनों पर केंद्रित।
ज्ञापन में उल्लिखित मुख्य बिंदुओं में से एक यह है कि आगरा में निजी वाहनों की बढ़ती संख्या ने शहर की वायु गुणवत्ता को प्रभावित किया है। इसलिए, सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को प्रभावी और सुलभ बनाने, पैदल चलने और साइकिल चलाने की प्रवृत्ति को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। इसके साथ ही, उन्होंने शहर में पैदल चलने वालों और साइकिल सवारों के लिए सुरक्षित रास्तों का निर्माण, फुटपाथ पर अतिक्रमण की रोकथाम, और लोगों को साइकिल खरीदने के लिए प्रोत्साहित करने पर जोर दिया है।
ज्ञापन दाताओं ने ताज ट्रिपेजियम जोन की स्थापना के बाद से वायु, जल और ध्वनि प्रदूषण में निरंतर वृद्धि की ओर भी ध्यान दिलाया। इसके अलावा, उन्होंने उन उपायों का सामाजिक ऑडिट कराने की मांग की है जो विभिन्न विभागों द्वारा उठाए गए हैं। बृज खंडेलवाल और डॉ. भट्टाचार्य ने कहा कि आवश्यक सुधारों की शृंखला के बिना, प्रदूषण की समस्या का समाधान संभव नहीं है।
जवाब में, टीटीजेड की अध्यक्ष ऋतु महेश्वरी ने सुनिश्चित किया कि ज्ञापन का ध्यानपूर्वक अध्ययन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदूषण के स्तर में पूर्व की तुलना में सुधार हुआ है और समय-समय पर आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि यह स्थिति निरंतर निगरानी और सुधार की मांग करती है।
आगरा में प्रदूषण की समस्या का स्थायी समाधान उसके तात्कालिक लक्षणों का इलाज करने से कहीं अधिक है। इसके लिए जरूरत है एक व्यापक दृष्टिकोण और दीर्घकालिक योजनाओं की। इसमें नीतिगत बदलाव, स्थानीय समुदाय को शामिल करना और विभिन्न स्तरों पर जागरूकता फैलाना शामिल है। केवल तभी हम ताज ट्रिपेजियम जोन तथा आगरा के नागरिकों के लिए एक सुरक्षित और संतुलित वातावरण सुनिश्चित कर सकते हैं।
आगरा की ये स्थिति न केवल हमारे पर्यावरण को प्रदूषित कर रही है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी एक बड़ा खतरा उत्पन्न कर रही है। इसीलिए, आवश्यक है कि हम सभी मिलकर इस दिशा में सार्थक कदम उठाएं, ताकि आगरा का यह अद्वितीय सांस्कृतिक धरोहर सुरक्षित और स्वच्छ रह सके।
बृज खंडेलवाल