देश – लाठीचार्ज के विरोध में सोशल मीडिया पर उबाल, डा. उदिता बोलीं, किसी को जेल भेजा तो कमिश्नर आवास पर आमरण अनशन – #NA
Ghaziabad News :
डासना मंदिर समिति की महासचिव डा. उदिता त्यागी ने चेतावनी दी है कि यदि कोई गिरफ्तारी हुई तो वह सन्यासियों के साथ कमिश्नर आवास के बाहर आमरण अनशन करेंगी। डा. उदिता त्यागी ने “एक्स” पर लिखा है कि शिवशक्ति धाम डासना की महापंचायत में आने वालों में से किसी ने पुलिस से कोई झगड़ा नहीं किया। पुलिस ने पूरी नृशंसता के साथ लाठीचार्ज किया और अब निर्दोष हिन्दुओं को जेल भेजने पर उतारू है। अन्याय की पराकाष्ठा अब हमे आंदोलन करने के लिये विवश कर रही है। अगर यह अन्याय हुआ तो सोमवार सुबह से सभी सन्यासियों सहित कमिश्नर आवास पर आमरण अनशन करूंगी। इस पोस्ट के साथ उन्होंने वेव सिटी थाने के गेट पर बैठे फोटो भी अपलोड की है।
“सांकेतिक महापंचायत ने यति नरसिंहानंद को फांसी की मांग की”
डा. उदिता त्यागी ने एक प्रेस नोट भी अपने “एक्स” एकाउंट से अपलोड किया है। प्रेस नोट में कहा गया है कि बहुत बड़ी संख्या में संत महात्मा सहित यति नरसिंहानंद गिरी के समर्थक हिरासत में लिए गए हैं। उन्होंने सैकड़ों लोगों को घरों में नजरबंद किया गया। हिन्दुओं की सभी 36 बिरादरियों की सांकेतिक महापंचायत ने सर्वसम्मति से महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज को फांसी देने की मांग की है।
इस्लाम के सत्य पर शोध के लिए आयोग गठित हो
डा. उदिता त्यागी ने प्रतीकात्मक महापंचायत के बाद एक ज्ञापन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम भेजने की बात कही है। प्रतीकात्मक महापंचायत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मोहम्मद और इस्लाम के सत्य पर शोध के लिये आयोग गठित करने की मांग की है। प्रतीकात्मक महापंचायत ने हिन्दुओ विशेषकर माताओ बहनों को शस्त्र लाइसेंस सुगमता से दिए जाने की मांग की।
पुलिस नरसिंहानंद समर्थकों के दमन पर उतरी
उन्होंने प्रधानमंत्री को भेजे ज्ञापन में यह भी कहा है कि उत्तर प्रदेश की पुलिस महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी के समर्थन में उतरे सभी हिन्दुओं को कुचलने पर उतारू हो गयी। सैकड़ों की संख्या में हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ताओं को उनके घरों में रात से ही नजरबंद कर दिया। शिवशक्ति धाम डासना जाने वाले हर रास्ते को छावनी बना दिया। महापंचायत में आने वाले हिन्दुओं को (साधु संत सहित) बहुत बड़ी संख्या में हिरासत में ले लिया।
पुलिस के दमन के विरुद्ध ये लोग अनशन पर रहे
पुलिस के दमन चक्र के विरुद्ध डॉ उदिता त्यागी, महामंडलेश्वर साध्वी अन्नपूर्णा भारती व सभी सन्त महात्मा शिवशक्ति धाम के प्रवेश द्वार पर अनशन पर बैठ गए। पुलिस प्रशासन के दमन चक्र को झेलते हुए भी संत महात्माओं सहित कुछ प्रतिष्ठित व्यक्तियों ने शिवशक्ति धाम डासना में प्रतीकात्मक महापंचायत पूर्ण की और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मांग पत्र भेजा।
संतों के अपमान पर भी रहे सवाल
सोशल मीडिया पर डा. उदिता त्यागी ने कहा गया है कि इतनी बदतमीजी शायद की किसी सरकार के समय में हिंदू समाज के साथ हुई होगी। संतो के अपमान और एक महिला पत्रकार को भी लाठीचार्ज के दौरान चोट आने पर सवाल उठ रहे हैं। इसके अलावा भी तमाम यूजर लाठीचार्ज को लेकर पुलिस को घेरने में लगे हैं। पुलिस कमिश्नर की ओर से एक्स पर साधु को गाली दिए जाने के मामले में जांच की बात कही है।
विधायक नंदकिशोर गुर्जर पर आरोप लगाए
दो हिंदू संगठनों ने रविवार को हुए प्रकरण के लिए लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर पर प्रशासन से सांठगांठ के आरोप लगाए है। हिदू रक्षा दल की जिलाध्क्षय एडवोकेट प्राची सक्सेना ने एक वीडियो जारी कर आरोप लगाया है कि उन्होंने विधायक नंदकिशोर गुर्जर को पुलिस अधिकारियों से कहते सुना है कि मेरे जाने के बाद आप लोगों के साथ जो चाहें करें। हिंदू रक्षा दल के समर्थन में सत्यम पंडित ने भी बयान जारी कर कहा कि विधायक नंदकिशोर गुजर द्वारा हिंदू संगठनों का अपमान किया गया है।
विधायक ने आरोप निराधार बताए, आस्था मां बचाव में आईं
हिंदू संगठनों द्वारा लगाए आरोपों पर विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने कहा है कि यह आरोप पूरी तरह मनगढंत हैं। मेरी किसी अधिकारी से कोई बात नहीं हुई। मैं इतने लोगों के बीच था। मेरी ओर से पुलिस कमिश्नर के खिलाफ एफआईआर और गिरफ्तारी की मांग की गई। डासना देवी मंदिर से जुड़ीं आस्था मां ने एक्स पर कहा है कि विधायक नंदकिशोर जैसे राजनेता कितने हैं जो धड़ल्ले से बिना कुर्सी की परवाह किए, हिंदुत्व के लिए लड़ रहे हैं। उन्होंने नंदकिशोर गुर्जर की तुुलना सरदार भगत सिंह तक से कर दी।
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सौजन्य से ट्रिक सिटी टुडे डॉट कॉम
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