यूपी- UP: नहीं मिली कोई मदद… पत्नी की मौत के बाद ठेले पर शव रख 50 KM चला पति – INA
माता-पिता अपने बच्चों के लिए जी-जान लगा देते हैं. खूब मेहनत करते हैं और बच्चों को किसी तरह की परेशानी नहीं उठाने देते. उनकी हर ख्वाहिश पूरी करते हैं. बच्चों की हर जिद पूरी करते हैं लेकिन जब बच्चे बड़े होते हैं तो अक्सर कुछ बच्चे ये सब भूल जाते हैं कि उनके माता-पिता ने उनके लिए क्या-क्या किया. माता-पिता अपना फर्ज अच्छे से निभा लेते हैं लेकिन बच्चे बूढ़े माता-पिता का ख्याल रखने का अपना फर्ज भूल जाते हैं.
ऐसा ही कुछ उत्तर प्रदेश के मऊ से सामने आया है, जहां एक बूढ़ा शख्स अपनी पत्नी के शव को बलिया के नगरा से 50 किमी दूर रघौली तक पैदल लेकर पहुंचा. पति मजदूरी करके अपनी बीमार पत्नी का इलाज करा रहा था लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. इसके बाद घर ले जाने के लिए पति ने लोगों से अपील की लेकिन किसी ने उस बूढ़े व्यक्ति की मदद नहीं की. फिर वह ठेले पर अपनी पत्नी के शव को डालकर चल दिया. उसने बताया कि उनकी चार संतान हैं लेकिन सभी उनसे अलग रहती हैं.
अंतिम संस्कार का खर्चा
यह मामला दादनपुर का है, जहां रहने वाली महिला की बलिया के नगरा में इलाज के दौरान मौत हो गई, जिसके बाद उसका पति अपनी पत्नी के शव को लेकर पैदल चल दिया. हालांकि जब इस मामले की जानकारी पुलिस को हुई, तो घोसी के कोतवाल ने शव को उसके गांव दादनपुर अहिरौली भिजवाया. इसके साथ ही उन्होंने अंतिम संस्कार का भी पूरा खर्च उठाया.
झाड़-फूंक कराने के लिए कहा
गुलाबचंद्र शनिवार को अपनी पत्नी को दादनपुर से बलिया के नगरा लेकर पहुंचा था, लेकिन उसी दिन शाम को उसकी पत्नी ने दम तोड़ दिया. लोगों ने गुलाबचंद्र से उनकी पत्नी का झाड़-फूंक कराने के लिए कहा था. अपनी पत्नी को बचाने की उम्मीद में वो उसे नगरा ले गया था लेकिन उसकी पत्नी बच नहीं पाई. इसके बाद उन्होंने अस्पताल से वापस लाने के लिए अपने पत्नी के शव को ठेले पर रखा और 50 किलोमीटर दूर तक पैदल चले.
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