यूपी- कानपुर: 61 करोड़ में बना ओवरब्रिज 61 दिन भी नहीं चल पाया, खुल गए पुल के ज्वाइंट – INA
उत्तर प्रदेश के कानपुर में 61 करोड़ों रुपए की लागत से बना पनकी धाम का ओवर ब्रिज 61 दिन भी नहीं चल पाया. इतने कम समय में ही पुल के ज्वाइंट खुल गए. शिकायत पर स्थानीय विधायक पहुंचे और आवागमन पुल से रोक दिया गया. अब जनता को फिर वही दिक्कत होने लगी है, जो आज से 10 साल पहले हुआ करती थी. आवागमन बाधित है और राज्यसेतु निगम के अधिकारी पुल बनाने वाली कंपनी को दोष दे रहे हैं. ऐसे में कई सवाल उठ रहे हैं.
कंपनी जब पुल बना रही थी तो राजसेतु निगम के अफसर इसके घटिया निर्माण की जांच करने कभी क्यों नहीं गए? पुल बनने के 61 दिन भी नहीं अभी पूरे हुए हैं. पुल के दोनों तरफ के ज्वाइंट खुल गए हैं. स्थानीय विधायक ने इस मामले की शिकायत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कर दी है. साथ ही राज्यसेतु निगम के अफसर को भी इस मामले में लापरवाही बरतने के लिए दोषी माना है.
दोबारा से बनाया जाए पुल
विधायक का कहना है कि इस पुल की मरम्मत के बाद आईआईटी से ही वो टेक्निकल जांच कराएंगे. अगर पुल आवागमन के लिए उचित नहीं होता है तो इसको ध्वस्त कराकर दोबारा इसका निर्माण कराया जाएगा. इतना ही नहीं नाराज हो रहे स्थानीय विधायक सुरेंद्र मैथानी ने कहा कि योगी सरकार में भ्रष्टाचार किसी भी विभाग का बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
अधिकारियों की भी शिकायत करके कार्रवाई कराई जाएगी. कानपुर के पनकी इलाके में रेलवे ट्रैक पर आवागमन को सुचारू रूप से चलने के लिए 10 साल पहले यहां की जनता ने ओवरब्रिज की मांग की थी. इसके बाद 61 करोड़ की लागत से पनकी में बना ओवर ब्रिज बीते 3 साल पहले ही बनना शुरू हुआ था. ओवर ब्रिज 3 महीने में ही भृष्टाचार की भेंट चढ़ गया.
बीते दो महीन पहले ही पुल का उद्घाटन करके शुभारंभ किया गया था. यहां की जनता बेहद खुश थी, लेकिन ज्वाइंट खुलने के बाद से स्थानीय लोगों के मन में एक यही सवाल उठ रहा है कि सरकार चाहे किसी की भी हो भ्रष्टाचार, अपनी जड़ें मजबूत किए हुए है. इस पुल का निर्माण राजसेतु निगम की तरफ से कराया गया था. जनता की शिकायत के बाद मौके पर पुल के हालात देखने पहुंचे तो विधायक ने पाया कि वहां पर मरम्मत की जा रही है. भाजपा विधायक सुरेंद्र मैथानी ने मरम्मत में की प्रयोग सामग्री को पॉलिथीन में भरकर ले गए. उन्होंने कहा कि ये लोग सरकार को बदनाम करने का काम कर रहे हैं. कुछ अधिकारी उनको सबक सिखाना जरूरी है. उन्होंने कहा कि मामले में भ्रष्टाचार की निष्पक्ष न्यायिक जांच कराई जाएगी.
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