यूपी – हादसे में बच्ची की मौत: सीएम के आदेश पर भी नहीं भरे गड्ढे, भरवाने पर दिया होता ध्यान तो नहीं जाती मासूम की जान – INA
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 15 अक्तूबर तक सड़कों को गड्ढामुक्त कराने के आदेशों को अफसरों ने गड्ढे में डाल दिया। यही वजह है कि जिले में कई प्रमुख सड़कों के गड्ढे नहीं भर पाए। अगर एनएचएआई के अफसरों ने सिकंदराराऊ में कासगंज मार्ग के गड्ढे भरवा दिए होती तो शुक्रवार को हुए हादसे में मासूम की जान नहीं जाती।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 24 सितंबर को 15 दिन में सड़कों को गड्ढा मुक्त किए जाने के आदेश जारी किए थे। इन आदेशों पर हाथरस जिले में अमल तो शुरू हुआ, लेकिन सिर्फ खानापूर्ति हुई। जिले में कई प्रमुख सड़कें ऐसी थीं, जिनके गड्ढे भरवाना जरूरी था, लेकिन कार्यदायी विभागों ने ऐसा नहीं किया। एनएचएआई की लापरवाही से सिकंदराराऊ के कासगंज मार्ग पर सड़क के गड्ढे ने मासूम की जान ले ली।
बता दें कि एनएच-530 बी पर कासगंज रोड पर जर्जर सड़क में हो रहे गड्ढे की वजह से ई रिक्शा उछल गया और उसमें सवार मोहल्ला काजियान निवासी मुकीम की पत्नी असराना और उनकी तीन साल की बेटी आरुषि ई-रिक्शा से उछलकर सड़क पर जा गिरीं। निजी अस्पताल में उपचार के दौरान बच्ची की मौत हो गई, जबकि उसकी मां का उपचार चल रहा है। दुख की बात तो यह है कि बच्ची के परिवार में शादी समारोह था, लेकिन हादसे के बाद शादी की खुशियां मातम में बदल गईं।
50 फीसदी सड़कों के ही भरे जा सके गड्ढे