यूपी – Agra: आगरा में धड़ल्ले से दौड़ रहे 15 साल पुराने वाहन, कैमरों की नजर में हो रहे कैद; आरटीओ ने आंखें की बंद – INA

नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूलन (एनजीटी) ने जिले में 15 साल पुराने डीजल और पेट्रोल के वाहनों का संचालन पर प्रतिबंध लगा रखा है। लेकिन हजारों की संख्या में पुराने वाहनों को एनओसी लेकर दूसरे राज्य और जिलों में स्थानांतरित कराया जा रहा है। लेकिन इन वाहनों का प्रयोग आगरा क्षेत्र में किया जा रहा है। स्मार्ट सिटी के सीसीटीवी कैमरों में तो ये वाहन पकड़े जा रहें हैं, लेकिन आरटीओ की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही।

संभागीय परिवहन विभाग तीन लाख से अधिक पुराने वाहनों को अपने रिकार्ड से निरस्त कर चुका है। लेकिन ऐसे कई लोग है जिन्होंने आगरा से अपने वाहनों का स्थानांतरण दूसरे जिले या राज्य के लिए कराकर यहां से एनओसी प्राप्त कर लिया। एनओसी के बाद वाहनों का पंजीयन संबंधित जिले में नहीं कराया जा रहा।

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सीसीटीवी जांच में हुआ खुलासा
संभागीय परिवहन विभाग के अधिकारियों को पुराने वाहनों के संचालन की जानकारी मिली। शहर में लगे सीसीटीवी कैमरों से जांच कराई गई। सीसीटीवी से पुराने नंबर के कई वाहन नजर आए। वाहनों की सूची विभाग के अधिकारियों को उपलब्ध हुई, फिर भी अधिकारियों ने काई कार्रवाई नहीं की। इसकी वजह आरटीओ से वाहनों का रिकार्ड समाप्त होना बताया गया। नियम से पुराना वाहन पकड़े जाने पर सीधे स्क्रैप सेंटर भेजा जाता है, लेकिन इस तरह की कार्रवाई न के बराबर की गई।

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नगर निगम से सहयोग लेने की तैयारी
दिल्ली में पुराने वाहनों को दिल्ली नगर निगम की टीम घरों से जब्त कर लेती है। यही फार्मूला आगरा में अपने का प्रयास किया जा रहा। आरटीओ अधिकारी नगर निगम से सहयोग पाने में जुटे है। आरटीओ (प्रवर्तन) एके सिंह ने बताया कि प्रवर्तन दल की टीम वाहन को सड़क से पकड़ सकती है, किसी के घर से नहीं। दिल्ली में इस कार्य की जिम्मेदारी नगर निगम को दी गई है। पुराने वाहनों को जब्त करने के लिए अलग से टीम का गठन किया जा सकता है।
 


Credit By Amar Ujala

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