खबर शहर , फायर अलार्म: आग से बचाव के तरीके जानते तो न होती जानमाल की हानि, बेहद काम आएगी जानकारी – INA

कानपुर में पांडुनगर निवासी बिस्कुट कारोबारी संजीव श्याम दासानी के घर दिवाली की रात लगी आग की घटना ने कई कड़वे सबक दिए हैं। सीएफओ दीपक शर्मा ने बताया कि पांडुनगर में कारोबारी के घर में लगी आग के समय घर में धुआं भरा होने के बाद भी अगर वह जरूरी कदम उठाते, तो शायद उनकी जान बच जाती।

सीएफओ के अनुसार घटना के वक्त कारोबारी का पूरा घर सील सा था। कहीं से भी क्रॉस वेंटिलेशन या ताजा हवा आने की व्यवस्था नहीं थी। एसी की वजह से कमरों के साथ-साथ खिड़कियों को भी लॉक रखा गया था। यही वजह थी कि जब आग फैली तो धुआं बाहर निकलने की बजाय घर के एक-एक कमरे में फैलता चला गया। दंपती बचने के लिए इधर-उधर भागे तो लेकिन धुएं के गुबार ने उन्हें अपने आगोश में ले लिया। सीएफओ ने कहा कि जिस कमरे को पूरी तरह से बंद कर रखा है, उसमें फायर अलार्म सिस्टम जरूर लगाएं।


हर कमरे में क्रॉस वेंटिलेशन का इंतजाम जरूर करें। कहा कि ऐसी आग और धुआं फैलने के समय फर्श पर रेंगते हुए दरवाजे या खिड़की तक पहुंचना आसान होता है। साथ ही कमरे में धुआं भरा होने पर अगर गीला तौलिया अपने चेहरे पर लपेट लें तो पानी में घुली ऑक्सीजन मदद मिलने तक जिंदा रख सकती है। बताया कि अब दमकल विभाग व पुलिस महकमा संयुक्त रूप से अभियान चलाकर पीपीटी व वीडियो के माध्यम से लोगों को बचाव के उपाय बताए जाएंगे ताकि दमकल कर्मियों के आने तक लोग अपना बचाव कर सकें।

ऐसे करें बचाव


नीचे रहें: यदि संभव हो तो, जितना हो सके उतना नीचे रहें. धुआँ ऊपर उठता है, इसलिए फर्श के पास हवा साफ होती है।
अपना मुंह और नाक ढकें: अपने मुंह और नाक को ढकने के लिए एक नम कपड़े का यूज करें। ये कुछ धुएं को छानने और हानिकारक कणों को सांस में जाने से रोकने में मदद कर सकता है।
बाहर निकलने का रास्ता तलाशें: बाहर निकलने के लिए दरवाजा या खिड़की की ओर जाएं। अगर दरवाज़ा बंद है, तो उसे खोलने से पहले अपने हाथ के पिछले हिस्से से महसूस करें कि कहीं उसमें गर्मी तो नहीं है। अगर वह गर्म है, तो उसे न खोलें, क्योंकि दूसरी तरफ आग लगी हो सकती है।
मदद के लिए संकेत दें: अगर आप भागने में असमर्थ हैं, तो मदद के लिए संकेत देने की कोशिश करें। आप खिड़की से कपड़ा बाहर लहरा सकते हैं या ध्यान आकर्षित करने के लिए शोर मचा सकते हैं।
सोच-समझकर फैसला लें: घबराहट के कारण गलत निर्णय लेने की संभावना हो सकती है। अपने अगले कदमों के बारे में स्पष्ट रूप से सोचने के लिए जितना संभव हो सके शांत रहने की कोशिश करें।


Credit By Amar Ujala

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