यूपी- वाराणसी: गुप्ता फैमिली हत्याकांड में बड़ा अपडेट, भतीजे के अलावा अब पुलिस को इन तीन लोगों की तलाश – INA

उत्तर प्रदेश के वाराणसी (Varanasi) में पांच नवंबर को राजेंद्र गुप्ता समेत परिवार के पांच लोगों की हत्या के मामले में (Gupta Family Murder Case Update) एक और नया अपडेट सामने आया है. पुलिस ने इस मामले में जहां एक तरफ भतीजे विक्की की तलाश जारी रखी है, तो वहीं अब तीन और लोगों का भी पुलिस पता लगाने में जुटी है. ये तीन लोग कोई और नहीं बल्कि राजेंद्र के किराएदार हैं. तीनों युवक राजेंद्र गुप्ता के भेलूपुर स्थित मकान में रहते हैं. लेकिन फिलहाल तीनों वहां नहीं हैं. पुलिस को जब पता चला कि तीनों घटना के बाद से लापता हैं तो उनकी तलाश शुरू की गई.

पुलिस को यूं तो तीनों की लोकेशन का पता चल गया है. तीनों की लास्ट लोकेशन मुंबई दिखाई दी है. लेकिन अभी तक पुलिस उन तक पहुंच नहीं पाई है. तीनों से पूछताछ की जाएगी. इन तीनों को पुलिस पूछताछ के लिए ढूंढ रही है. अब कत्ल में इनका कोई रोल है या नहीं वो तो इन तीनों किराएदारों के मिलने के बाद ही साफ हो पाएगी.

गुप्ता फैमिली मर्डर केस की घटना सोमवार देर रात की है. भैदानी इलाके में राजेंद्र गुप्ता का परिवार रहता था. मंगलवार सुबह जब घर में काम करने वाली मेड कमरे में घुसी तो उसे राजेंद्र की पत्नी नीतू (45), बेटे नवनेंद्र (25) और सुबेंद्र (15) और बेटी गौरांगी (16) की लाश खून से लथपथ हालत में मिली. चारों को गोली मारी गई थी. तुरंत पुलिस को सूचना दी गई. फिर घर के मुखिया का पता लगाने की कोशिश की गई जो कि राजेंद्र गुप्ता थे. लेकिन घर से करीब 10 किलोमीटर दूर दूसरे मकान में अर्धनग्न हालत में राजेंद्र का भी शव मिला.

मामले में कई एंगल आए सामने

केस में कई एंगल सामने आई. शुरुआती जांच में लगा कि राजेंद्र ने ही पहले परिवार की हत्या की फिर जब उन्हें पछतावा हुआ तो सुसाइड कर लिया. मामले में तांत्रिक वाला एंगल सबसे पहले सामने आया. माना गया कि राजेंद्र को शराब कारोबार में घाटा हो रहा था, इसलिए उन्होंने किसी तांत्रिक से इसका हल पूछा. तांत्रिक ने तब कहा कि अपनी बीवी को रास्ते से हटा दो. पुलिस ने माना कि शायद इसलिए राजेंद्र ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया होगा. लेकिन यह थ्योरी गलत साबित हुई.

फिर माना गया कि राजेंद्र की पहले भी एक शादी हुई थी. पहली बीवी उन्हें छोड़कर चली गई थी. नीतू उनकी दूसरी बीवी थी. लेकिन अब वो किसी तीसरी महिला से शादी करना चाहते थे. इसलिए उन्होंने परिवार को मार डाला. लेकिन यह थ्योरी भी गलत साबित हुई.

28 साल पुराना कांड

इसके बाद पता चला कि राजेंद्र ने 28 साल पहले अपने भाई और उनकी पत्नी की हत्या कर दी थी. इस मामले में बाद में उन्हें जमानत भी मिल गई थी. लेकिन भाई के दोनों बेटे जुगनू और विक्की इस बात से बेहद नाराज थे. वो अपने माता-पिता की मौत का बदला चाहते थे. राजेंद्र का बर्ताव भी उनके प्रति अच्छा नहीं था. वो उनसे गाली गलौज करता और मारता-पीटता. राजेंद्र की मां शारदा देवी ने भी अपने पोते विक्की पर ही शक जताया. क्योंकि दिवाली के बाद वो उनके घर आया भी था. पुलिस ने जुगनू को तो हिरासत में ले लिया है. लेकिन विक्की अभी फरार है.

शवों का अंतिम संस्कार

पुलिस उपायुक्त गौरव बंसवाल ने बताया कि राजेंद्र की मां से पूछताछ पर मृतक का भतीजा विक्की ही आरोपी के रूप में सामने आया है. बंसवाल ने बताया कि भतीजे विक्की की जहां-जहां लोकेशन मिल रही वहां तलाश के लिए पुलिस टीम भेजी गई हैं. अधिकारी ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद बृहस्पतिवार को गुप्ता परिवार के शवों का अंतिम संस्कार कर दिया गया है.


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