यूपी- वाराणसी: छापेमारी के नाम पर पुलिस ने की 42 लाख की लूट! पूर्व सीएम अखिलेश यादव के ट्वीट के बाद मचा बवाल – INA
वैसे तो पुलिस अपराध रोकने के लिए होती है, लेकिन उत्तर प्रदेश के वाराणसी की पुलिस ने अपराध रोकने के नाम पर खुद ही 42 लाख रूपये की लूट को अंजाम दिया है. यह आरोप हम नहीं, बल्कि पूर्व सीएम अखिलेश यादव लगा रहे हैं. सोशल मीडियो पर अखिलेश यादव के ट्वीट के बाद पुलिस कमिश्नर वाराणसी ने डीसीपी वरुणा जोन के नेतृत्व में जांच टीम गठित की है. इस टीम की जांच में मामले की काफी हद तक पुष्टि हुई है. पुलिस टीम को एक सीसीटीवी फुटेज मिला है, जिसमें दो लोग बताई गई इमारत में से काला बैग लेकर निकल रहे हैं.
इन दो लोगों में से एक व्यक्ति पुलिस इंस्पेक्टर है और वर्दी में है. जबकि दूसरा व्यक्ति सिविल ड्रेस में है. दावा किया जा रहा है कि इनके हाथ में वही बैग है, जिसमें जुए के अड्डे से लूटी गई 42 लाख की रकम रखी हुई है. इस घटना की पुष्टि इस इमारत के सिक्योरिटी गार्ड ने भी की है. उसने बताया कि 7 नवंबर की रात 12.25 बजे एक वाहन से इंस्पेक्टर उनके उनके साथ एक अन्य आदमी अपार्टमेंट में आए और सीधे लिफ्ट के पास गाड़ी खड़ी की. इसके बाद करीब एक बजकर 20 मिनट पर ये लोग बाहर निकले. निकलते वक्त इन दोनों लोगों के हाथ में काले रंग का एक-एक बैग था.
अपार्टमेंट के सिक्योरिटी गार्ड ने की पुष्टि
ये लोग लिफ्ट से बाहर निकले और अपनी गाड़ी में बैठकर फरार हो गए. सिक्योरिटी गार्ड के मुताबिक उस समय उसे इस मामले की जानकारी नहीं थी. उसे खुद शनिवार को मामला सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद जानकारी मिली. शनिवार को ही पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने इस मामले को हवा दी थी. वाराणसी पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल के मुताबिक उनके पास इस तरह की कोई शिकायत नहीं आई है. हालांकि अन्य माध्यमों से इसकी सूचना मिली है तो उन्होंने डीसीपी को मामले की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है.
सामने आया सीसीटीवी फुटेज
मामला वाराणसी के सारनाथ थाना क्षेत्र के एक अपार्टमेंट का है. बताया जा रहा है कि इस अपार्टमेंट के अंदर जुए का खेल हो रहा था. इसकी सूचना पुलिस को पहले से थी, लेकिन एक इंस्पेक्टर और सिविल ड्रेस में आए व्यक्ति ने रेड किया और जुए की फड़ पर पड़ी करीब 42 लाख की रकम लूट ली. इन दोनों लोगों के अपार्टमेंट में खाली हाथ आने और वहां से काले बैग में माल समेट कर जाते हुए सीसीटीवी में भी देखा गया है. यह सीसीटीवी फुटेज लिफ्ट के बाहर का है. इतने के बाद पुलिस का कोई भी अधिकारी इस मामले में साफ तौर पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है.
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