यूपी- रामलला का गुनगुने पानी से अभिषेक, 20 नवंबर से ओढ़ेंगे रजाई; ये डिजाइनर तैयार कर रहे हैं गर्म वस्त्र – INA

करोड़ों भक्तों के अराध्य भगवान श्रीराम अयोध्या स्थित अपने भव्य महल में विराजमान है. वह राजकुमार स्वरुप में हैं, इसलिए उन्हें वस्त्र भी राजकुमारों वाले ही पहनाए जाते हैं. अब ठंड का मौसम शुरू हो गया है. इसलिए अगहन की पंचमी यानी 20 नवंबर से उन्हें ना केवल गर्म वस्त्र पहनाया जाएगा, बल्कि उन्हें ठंड से बचाव के लिए रजाई भी ओढ़ाई जाएगी. इन सर्दियों में उन्हें लद्दाख की पश्मीना शॉल व उत्तराखंड के ऊनी वस्त्र धारण कराया जाएगा.

रामलला के लिए वस्त्र तैयार करने की जिम्मेदारी मशहूर डिजाइनर मनीष त्रिपाठी को मिली है. वह कहते हैं कि रामलला की ड्रेस डिजाइनिंग का काम तेजी से पूरा किया जा रहा है. मनीष त्रिपाठी के मुताबिक रामलला के वस्त्र रोज बदलते हैं. उनके वस्त्र दिन के हिसाब से होते हैं. मतलब संडे को अलग कलर तो मंडे को अलग. अलग-अलग पर्व पर भी उनके लिए अलग-अलग ड्रेस की डिजाइन होती है. अब जैसे जैसे ठंड बढ़ रही है, उनके लिए गर्म और ऊनी कपड़ों की आवश्यकता है.

अगहन पंचमी से गर्म वस्त्र धारण करेंगे भगवान

इसके लिए पहले से तय है कि भगवान श्रीराम को अगहन की पंचमी से गर्म वस्त्र पहनाया जाएगा. ऐसे में निर्धारित समय पर उनके लिए वस्त्र तैयार करने के लिए अलग-अलग प्रदेशों के श्रम साधक को काम पर लगाया गया है. उन्होंने बताया कि ठंड के मौसम में भगवान को अंग वस्त्र , पटका और धोती भी बदल जाएगी. मौसम को ध्यान में रखते हुए उनके लिए खासतौर से हथकरघा, हैंडलूम और खादी के पोशाक तैयार किए जा रहे हैं. इसी प्रकार लद्दाख का पश्मीना, कश्मीर के शॉल, कुल्लू के टेक्सटाइल, चंबा के रुमाल की कढ़ाई आदि टेक्सटाइल और डिजाइन तैयार की जा रही है.

तीन लेयर के वस्त्र पहनेंगे रामलला

इसी प्रकार खास पर्वों के लिए सोने के धागे से सोने का वस्त्र भी सिले जा रहे हैं. इन वस्त्रों पर कढ़ाई और छपाई का काम भी हाथ के हाथ किया जा रहा है. इन पोषाक की कीमत पूछने पर वह कहते हैं कि भगवान की पोशाक का कभी मूल्यांकन नहीं करते. उन्होंने कहा कि जाड़े के दिनों में आम तौर पर लोग दो लेयर के कपड़े पहनते हैं, वहीं बच्चों को तीन लेयर पहनाया जाता है. चूंकि भगवान भी बाल रूप में ही हैं. ऐसे में भगवान को भी तीन लेयर के वस्त्र तैयार कराए जा रहे हैं.


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