मैनपुरी की यादव बहुल करहल सीट पर इस बार भाजपा की रणनीति कामयाब होती नजर आ रही। सपा का कोर वोट बैंक माने जाने वाले यादव समाज में भाजपा ने अनुजेश सिंह यादव के सहारे सेंध लगा दी थी।
यही वह ट्रंप कार्ड था तो सपा को यहां अजेय रखे था। ऐसे में मतदान के दौरान यहां सपा और भाजपा में कांटे की टक्कर नजर आई। हार-जीत चाहे किसी को हो, लेकिन अनुजेश के प्रयोग से भाजपा बराबरी पर खड़ी है।
करहल विधानसभा सीट सपा का गढ़ मानी जाती है। 2022 में केवल एक बार यहां भाजपा जीती, इसके बाद लगातार सपा का यहां कब्जा है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के इस्तीफे के बाद सपा ने मुलायम सिंह यादव के पौत्र और पूर्व सांसद तेजप्रताप यादव को टिकट दिया था।
भाजपा ने यहां इस चक्रव्यूह को तोड़ने के लिए एक ऐसा अर्जुन चुना जो इस चक्रव्यूह की संरचना से भलीभांति वाकिफ था। ये अर्जुन और कोई नहीं बल्कि मुलायम सिंह यादव के दामाद अनुजेश सिंह यादव थे। भाजपा ने उन्हें ही प्रत्याशी बनाया था।
Credit By Amar Ujala