खबर फिली – Vijay 69: दमदार एक्टिंग और इमोशनल कहानी, अनुपम खेर की ‘विजय 69’ को ये 5 बातें बनाती हैं खास – #iNA @INA

अनुपम खेर की फिल्म ‘विजय 69′ नेटफ्लिक्स पर रिलीज हो चुकी है. इस फिल्म के जरिए 69 साल के अनुपम खेर ने साबित कर दिया है कि एज इज जस्ट अ नंबर’. अगर जिद हो और सपने देखने की ताकत हो तो जिंदगी के किसी भी पड़ाव पर हम इसे नए से रीस्टार्ट कर सकते हैं. एक महत्वपूर्ण सीख देने वाली फिल्म दर्शकों को खूब पसंद आ रही है. अगर आपने अब तक ये फिल्म नहीं देखी है, तो ये हैं वो 5 वजहें जो आपको अनुपम खेर की ‘विजय 69’ देखने के लिए मजबूर कर देंगी.

अनुपम खेर की एक्टिंग

अपने 40 साल के करियर में अनुपम खेर 540 फिल्मों में काम कर चुके हैं. फिर भी उनकी हर फिल्म में वो उसी जोश और जुनून के साथ काम करते हैं. इस फिल्म को देखकर लगता है कि विजय मैथ्यू के किरदार को अनुपम खेर ने सच में जिया है. यही वजह है कि वो इस फिल्म के जरिए हमारे दिलों में विजय मैथ्यू के लिए खास जगह बना देते हैं.

फिल्म की कहानी

अनुपम खेर की ‘विजय 69’ एक उम्मीद की कहानी है. अक्सर उम्र के इस पड़ाव में आकर इंसान सपने देखना छोड़ देता है, लेकिन अनुपम खेर का ‘विजय मैथ्यू’ हमें सिखाता है कि सपने देखने का कोई वक्त नहीं होता. इन दिनों छोटी-छोटी बात पर हार मानकर जिंदगी खत्म करने की बातें करने वाले युवाओं को भी ये फिल्म नई प्रेरणा देगी. इस फिल्म की खास बात ये है कि ‘विजय 69’ का हीरो कोई सुपरहीरो नहीं है, उसे भी हार्ट का प्रॉब्लम है, उसे भी दर्द होता है, लेकिन अपनी जिद और जुनून के दम पर वो दुनिया जीत सकता है.

डायलॉग

‘तो क्या हुआ अगर मैं 69 साल का हूं, क्या मुझे इस उम्र में सपने देखना बंद करना चाहिए और मरने का इंतजार करना चाहिए.’ विजय 69 में ऐसे कई डायलॉग शामिल हैं, जो हमें दुनिया की कड़वी सच्चाई का एहसास दिलाती हैं.

म्यूजिक

इस फिल्म का म्यूजिक कमाल का है. जिस तरह से ‘आगे भी जाने तू’ गाने को इस फिल्म में फिट किया गया है, वो वाकई में फिल्म के कुछ सीन को और भी खूबसूरत बना देता है.

ईमानदारी से बनी फिल्म

इस फिल्म में कोई विलेन नहीं है, जिसकी आप उम्मीद करते हैं, वो इस फिल्म में बिल्कुल भी नहीं होता. लेकिन फिर भी ये फिल्म एक सुखद अनुभव देती है, खुशी देती है. ये खुशी आप भी महसूस करना चाहते हैं, तो नेटफ्लिक्स पर अनुपम खेर की ये फिल्म जरूर देखें.


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