दुनियां – कैसे होती है अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपतियों की सुरक्षा? ट्रंप पर हमले से उठे सवाल – #INA

दुनिया के सबसे शक्तिशाली मुल्क के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर जानलेवा हमला किया गया. पेंसिलवेनिया में ट्रंप एक चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे, तभी अचानक से उन पर हमला हुआ. इस हमले में वो घायल हो गए. उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया. इलाज के बाद वो फिलहाल ठीक हैं. उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई है. मगर ट्रंप पर हमले की घटना ने पूरे अमेरिका में तहलका मचा दिया है. सीक्रेट सर्विस की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठने लगे हैं. ऐसे में आइए जानते हैं कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपतियों की सुरक्षा कैसे होती है?
सीक्रेट सर्विस करती है पूर्व राष्ट्रपतियों की सुरक्षा
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपतियों की सुरक्षा का जिम्मा यूएस सीक्रेट सर्विस का होता है. सीक्रेट सर्विस के एजेंट हर पल पूर्व राष्ट्रपतियों की सुरक्षा में तैनात होते हैं. पूर्व राष्ट्रपति जहां जाएंगे, सीक्रेट सर्विस के एजेंट उनके साथ जाएंगे. लेकिन उनके सुरक्षा का स्तर क्या होगा, ये सीक्रेट सर्विस अपनी खुफिया इनपुटस, कोर्डिनेशन कैपेबिलिटिज के आधार पर तय करती है. पूर्व राष्ट्रपति की सुरक्षा में कितने एजेंट होते हैं, ये भी उनके संभावित खतरों और वो कितने समय से कार्यालय से बाहर हैं, इस पर निर्भर करता है.

कैसी होती है US पूर्व राष्ट्रपतियों की सुरक्षा?
‘इन द प्रेसिडेंट सीक्रेट सर्विस: बिहाइंड द सीन्स विद एजेंट्स इन द लाइन ऑफ फायर एंड द प्रेसिडेंट्स दे प्रोटेक्ट’ के ऑथर रोनाल्ड केसलर ने बताया है कि एक पूर्व राष्ट्रपति भी आतंकियों के निशाने पर आ सकते हैं. उन्हें भी बंधक बनाया जा सकता है. इसलिए 24 घंटे उनकी सुरक्षा की जाती है. केसलर ने आगे बताया कि जब जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने ऑफिस छोड़ा था तो उनके संभावित खतरे का स्तर इतना ज्यादा था कि 24 घंटे शिफ्ट को कवर करने के लिए लगभग 75 अधिकारी उनकी और उनकी पत्नी लौरा की सुरक्षा कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि आम तौर पर पूर्व राष्ट्रपति जिन्होंने हाल ही में पद छोड़ा है, जब वह बाहर जाते हैं तो उनके साथ चार एजेंट होते हैं. 24 घंटे की उनकी सुरक्षा करते हैं. अगर वो कहीं बाहर जाते हैं, तो पहले सीक्रेट सर्विस के एजेंट वहां जाएंगे, जगह की जांच करेंगे. अगर वो किसी सम्मेलन में जा रहे हैं तो सीक्रेट एजेंट उस सम्मेलन हॉल की जांच करेंगे. उनके पास बम सूंघने वाले कुत्ते होंगे.
यूएस सीक्रेट सर्विस
1865 में हुई थी US सीक्रेट सर्विस की स्थापना
अमेरिकी सीक्रेट सर्विस की स्थापना 1865 में हुई थी. दरअसल, इसकी स्थापना अमेरिकी करेंसी की जालसाजी से निपटने के लिए बनाया गया था, लेकिन 1901 से इसे अमेरिका के राष्ट्रपति की सुरक्षा का काम सौंपा गया. 1958 में फॉर्मर प्रेसिडेंट एक्ट पास हुआ. इसके बाद 1965 से यूएस सीक्रेट सर्विस पूर्व राष्ट्रपतियों की भी लाइफ टाइम प्रोटेक्शन करने लगी. सीक्रेट सर्विस की सुरक्षा दायरे में पूर्व राष्ट्रपति के अलावा उनकी पत्नी और उसने बच्चे (16 साल से नीचे) भी आते हैं. पत्नी अगर दूसरी शादी कर लेती हैं तो सुरक्षा हट जाती है.
क्या कहता है कि Former Presidents Act?
फॉर्मर प्रेसिडेंट एक्ट के मुताबिक, 1965 से 1996 तक पूर्व राष्ट्रपतियों को लाइफटाइम सुरक्षा मिलती थी. मगर 1994 में इसमें बदलाव किया गया. पूर्व राष्ट्रपतियों की सुरक्षा को घटाकर लाइफटाइम के बदले 10 साल कर दिया गया. यानी 1 जनवरी 1997 के बाद से जितने भी राष्ट्रपति नियुक्त हुए हैं, उनके पद छोड़ने के बाद वे आजीवन सुरक्षा के हकदार नहीं होंगे. मतलब उन्हें 10 साल तक ही सीक्रेट सर्विस की सुरक्षा मिलेगी. हालांकि, 2013 में इसमें फिर से बदलाव किया गया. तत्कालिन राष्ट्रपति बराक ओबामा ने प्रेसिडेंट्स प्रोटेक्शन एक्ट 2012 पर हस्ताक्षर किए, जिससे पूर्व राष्ट्रपतियों की लाइफटाइम सुरक्षा को फिर से बहार हो गई.
डोनाल्ड ट्रंप पर हमले से उठे सवाल
डोनाल्ड ट्रंप पर हमले के बाद से सीक्रेट सर्विस की सुरक्षा पर सवाल उठने लगे हैं. जब उपराष्ट्रपति की सुरक्षा इतनी चाक चौबंद होती है तो कैसे उन पर गोली चली? क्या उन पर साजिश के तहत हमला किया गया, 100 मीटर की दूरी से कैसे एक शूटर ने ट्रंप को निशाना बनाया, सीक्रेट सर्विस क्या कर रही थी? छत से अगर निशाना बनाया गया तो उसके एजेंट क्या कर रहे थे? रैली के आसपास की बिल्डिंग की छतों पर सीक्रेट सर्विस क्यों नहीं मुस्तैद थी? इस तरह के कई सवाल उठ रहे हैं.
ट्रंप पर जानलेवा हमला
ट्रंप से नफरत करता था हमलावर
हालांकि, एफबीआई हमले और हमलावर से जुड़ी सभी जानकारियां जुटा रही है. हमलावर के कितने सहयोगी थे इसकी भी जांच कर रही है. FBI ने बताया किहमलावर के पास से कोई पहचान पत्र नहीं मिला है. हमले से पहले का शूटर का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वह कह रहा है कि वह ट्रंप से नफरत करता है. जॉर्ज थॉमस (शूटर) ने छत से ट्रंप पर 8 राउंड फायरिंग की.

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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम

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