दुनियां – अमेरिका चुनाव: फिलिस्तीन के मुद्दे पर नाराज मुसलमानों को साधने के लिए कमला हैरिस ने चली ‘वकीलों’ वाली चाल! – #INA

अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस देश के हर वर्ग का समर्थन जुटाने में लगी हैं. जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं, कमला हैरिस अपनी मेहनत को बढ़ाती जा रही है. गाजा जंग के दौरान अमेरिका की पॉलिसीज से नाराज चल रहे अरब अमेरिकी वोटर्स से जुड़ने के लिए कमला कैंपेन ने मिस्र मूल की एक ‘वकील’ को अपने कैंपेन का हिस्सा बनाया है. मुस्लिम वोटर्स अमेरिका के कई राज्यों में निर्णायक भूमिका रखता है और इनका वोट 5 नवंबर को होने वाले चुनावों के नतीजों पर खासा असर डाल सकता है.
मुस्लिम और अरब अमेरिकियों के वोट मिशिगन जैसे राज्यों में परिणाम तय करने में मदद कर सकते हैं, जहां रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के बीच कड़ी टक्कर नजर आ रही है. इसके अलावा इन राज्यों में इजराइल-गाजा युद्ध को लेकर सड़कों पर विरोध प्रदर्शन भी हुए हैं.
मुस्लिम और अरब वोटर्स पर हैरिस की नजर
मिस्र की ब्रेंडा अब्देलल को गाजा में इजराइली आक्रमण को मिले अमेरिकी समर्थन से निराश अरब मतदाताओं को कमला के पाले में लाने की जिम्मेदारी दी गई है. इससे पहले कमला के कैंपेन में मुस्लिम अमेरिकियों तक पहुंच बनाने के लिए अफगान अमेरिकी वकील नसरीना बर्गज़ी को नियुक्त किया जा चुका है.

कमला रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के साथ कड़ी टक्कर में हैं. ऐसे में वे अपनी जीत के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाह रही हैं और देश के हर वर्ग तक पहुंचने की कोशिश कर रही हैं.
जो बाइडेन को मिला था मुस्लिम समर्थन
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को 2020 में अरब और मुस्लिम वोट बड़े पैमाने पर मिला था, लेकिन गाजा में भारी संख्या में मौतों के बावजूद इजराइल के लिए उनके समर्थन ने मुस्लिम समुदाय को निराश किया है. कमला हैरिस अगले हफ्ते मिशिगन का दौरा करने वाली हैं, यहां अमेरिका की सबसे बड़ी मुस्लिम और अरब अमेरिकी आबादी रहती है.
मिशिगन राज्य में हुए प्राथमिक चुनाव में एक लाख से ज्यादा मतदाताओं ने बाइडेन के बजाय नोटा (Uncommitted) को वोट दिया था. ये भारत के नोटा से अलग होता है. ये बटन दबाने पर पार्टी को तो वोट जाता है, लेकिन इससे ये पता चलता है कि वो उम्मीदवार वोटर को पसंद नहीं है.

21 जुलाई को जो बाइडेन अपनी उम्मीदवारी वापस ले चुके हैं. चुनाव के मंचों से कमला हैरिस गाजा में सीजफायर के लिए चिंता जताती आई हैं, लेकिन उन्होंने इजराइल को दी जाने वाली सैन्य मदद को रोकने पर कोई कदम नहीं उठाया है. मिशिगन के कई मानवाधिकार संगठनों ने ऐलान किया है कि वे कमला के दौरे पर उन्हें गाजा युद्ध के लिए जिम्मेदार ठहराएंगे.
क्या मुस्लिम नाराजगी दूर कर पाएंगी ब्रेंडा अब्देलल ?
पिछले हफ़्ते डेमोक्रेटिक कन्वेंशन के बाद, फिलिस्तीनी समर्थकों ने कहा था कि कमला गाजा यथास्थिति में कोई भी बदलाव दिखाने में नाकाम रही हैं. हालांकि अमेरिका चुनाव में मुस्लिम वोटरों से रिपब्लिकन उम्मीदवार ट्रंप को वोट देने की उम्मीद कम है, लेकिन कुछ फिलिस्तीनी समर्थकों ने ‘Abandon Harris’ जैसे अभियान चलाए हैं.
ब्रेंडा अब्देलल
अरब अमेरिकी आउटरीच के लिए हैरिस की पसंद अब्देलल होमलैंड सुरक्षा विभाग में सीनियर काउंसलर के तौर पर काम कर चुकी हैं. वे इस पद पर जनवरी 2021 में जो बाइडेन के राष्ट्रपति बनने के बाद नियुक्त हुई थी. इससे पहले ब्रेंडा अरब खानों पर एक वेबसाइट चलाती थीं, उन्होंने उत्तरी वर्जीनिया के एक कलिनरी स्कूल से खाने की शिक्षाएं ली हैं.

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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम

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