दुनियां – जिस पर शेख हसीना ने तख्तापलट का लगाया था इल्जाम, अब उसी अमेरिकी अफसर से मिले मोहम्मद यूनुस – #INA

बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अमेरिका के जिस अफसर पर सरकार गिराने की साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया था, अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस ने रविवार को उसी अफसर से मुलाकात की है.
अमेरिकी ट्रेजरी विभाग के सहायक सचिव ब्रेंट नीमन के नेतृत्व में एक अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने अंतरिम सरकार के मुखिया से मुलाकात की. इस डेलिगेशन में वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी डोनाल्ड लू भी शामिल थे, लू वही अधिकारी हैं जिन पर कई देशों में तख्तापलट का आरोप लग चुका है.
नए राजनीतिक संबंध बुन रही यूनुस सरकार?
शेख हसीना सरकार के तख्तापलट के बाद से बांग्लादेश की अंतरिम सरकार नए राजनीतिक समीकरणों और संबंधों को बुन रही है. एक ओर चीन-पाकिस्तान से नज़दीकी तो दूसरी ओर भारत को तेवर दिखाना यूनुस सरकार के एजेंडे का हिस्सा माना जा सकता है. इसके अलावा पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने जहां अमेरिका पर सरकार गिराने की साजिश रचने का आरोप लगाया था तो वहीं अंतरिम सरकार अमेरिका के साथ संबंधों को बेहतर और मजबूत करने के प्रयास में जुटी हुई है.
अमेरिकी डेलिगेशन से मिले मोहम्मद यूनुस
रविवार को एक अमेरिकी डेलिगेशन ने अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस से मुलाकात की. यह मुलाकात ढाका के स्टेट गेस्ट हाउस में हुई, इस दौरान यूनुस ने बांग्लादेश के विकास के लिए अमेरिका से मदद मांगी. मोहम्मद यूनुस ने नई सरकार की चुनौतियों को रेखांकित करते हुए अर्थव्यवस्था को रीसेट, रीस्टार्ट और रीफॉर्म करने पर जोर दिया. उन्होंने वित्तीय क्षेत्र, न्यायपालिका और पुलिस में चल रहे सुधारों का ज़िक्र किया जो संवैधानिक संस्थाओं को मजबूत करने और भ्रष्टाचार से निपटने के लिए शुरू किए गए हैं.
डोनाल्ड लू पर लग चुका है तख्तापलट का आरोप
डोनाल्ड लू अमेरिका के विदेश विभाग में साउथ और मध्य एशिया के सहायक विदेश मंत्री हैं. बीते कुछ सालों में उन पर पाकिस्तान और बांग्लादेश में सरकार गिराने का आरोप लग चुका है. पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने तो खुलकर उनका नाम लिया था, वहीं शेख हसीना ने भी सरकार की बेदखली के बाद अमेरिका पर साजिश का आरोप लगाया था. शेख हसीना ने अपने बयान में जिस गोरी चमड़ी वाले विदेशी का जिक्र किया था, माना जाता है कि वह डोनाल्ड लू ही थे. हालांकि डोनाल्ड लू और अमेरिकी प्रशासन दोनों ही इन आरोपों को खारिज कर चुके हैं.
1700 करोड़ की मदद देगा अमेरिका
अमेरिका बांग्लादेश को 202.25 मिलियन डॉलर (करीब 1700 करोड़ रुपये) की मदद करेगा. यह मदद डेवलपमेंट ऑब्जेक्टिव ग्रांट एग्रीमेंट (DOAG) का हिस्सा होगी, जिसे लेकर USAID और अंतरिम सरकार के बीच एक समझौता हुआ. बांग्लादेश के वित्त मंत्रालय के मुताबिक विभाग के एडिशनल सेक्रेटरी शहाबुद्दीन और USAID के डायरेक्टर एश्लीमन ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए.

Driving greater prosperity: @USAID signed an agreement worth over $200 million with the Bangladesh interim government to advance development, empower youth, strengthen democracy & governance, improve health and expand trade & economic opportunities to people across the country. pic.twitter.com/Gs76bY76Ch
— USAID Bangladesh (@USAID_BD) September 15, 2024

अमेरिका-बांग्लादेश के बीच 2021 में हुआ था समझौता
दरअसल अमेरिका और बांग्लादेश के बीच 27 सितंबर 2021 को 5 साल के लिए एक समझौता हुआ था, जिसे डेवलपमेंट ऑब्जेक्टिव ग्रांट एग्रीमेंट (DOAG) के नाम से जाना जाता है. इस समझौते के तहत अमेरिका के USAID की ओर से बांग्लादेश को 954 मिलियन डॉलर (करीब 8 हजार करोड़ रुपये) की सहायता दी जानी है. बांग्लादेश को 5 संशोधन के जरिए 3565 करोड़ रुपये मिल चुके हैं. वहीं रविवार को हुए छठे संशोधन के जरिए बांग्लादेश को 1700 करोड़ रुपये और मिलेंगे. इस मदद का मकसद बांग्लादेश में गुड गवर्नेंस, सामाजिक और आर्थिक विकास के साथ-साथ अवसरों को बढ़ावा देना है.

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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम

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