दुनियां – US Election: कौन है वो यहूदी लड़की जिसका समर्थन ही ट्रंप के लिए बन गया सिर दर्द – #INA

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति और रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के लिए उनकी ही एक महिला समर्थक सिर दर्द बनी हुई है. 31 साल की सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर लौरा लूमर आए दिन ऐसे बयान दे रही हैं, जिनकी वजह से रिपब्लिकन उम्मीदवार का चुनाव अभियान प्रभावित हो रहा है. आपत्तिजनक बयानों और टिप्पणियों से लौरा का पुराना रिश्ता है. कभी वे इस्लाम को कैंसर कहती हैं, तो कभी होमोफोबिक टिप्पणी करती हैं. इसके अलावा वे प्रवासियों के खिलाफ और कमला के भारतवंशी होने पर भी विवादास्पद बयान देती रहती हैं.
लौरा ने अपने एक्स अकाउंट पर 8 सितंबर को ट्वीट किया, “अगर कमला हैरिस राष्ट्रपति बनी तो, पूरा व्हाइट हाउस करी की तरह महकेगा.”
अमेरिका और पश्चिमी देशों में करी को भारत की पहचान माना जाता है. लौरा की इस नस्लभेदी टिप्पणी का डेमोक्रेटिक पार्टी ने विरोध किया. ट्रंप पर हुए दूसरे हमले के बाद लौरा ने लिखा, “क्या आपने गौर किया है कि जब भी राष्ट्रपति ट्रंप अवैध इमिग्रेशन के बारे में बोलते हैं, तो उनकी हत्या का प्रयास किया जाता है?”
ट्रंप के इस हमले को भी उन्होंने प्रवासियों के खिलाफ इस्तेमाल करने की कोशिश की है.

Have you noticed how every single time President Trump speaks out about illegal immigration, there is an attempted assassination on his life?
1. When he was talking about immigration statistics in Butler, Pennsylvania and showed the immigration slide on the big
— Laura Loomer (@LauraLoomer) September 15, 2024

ट्रंप ने लौरा से किया किनारा?
डोनाल्ड ट्रंप के सहयोगियों ने चेतावनी दी है कि ट्रंप को लौरा से दूरी बनानी चाहिये, क्योंकि ये उनकी अभियार को प्रभावित कर सकता है.
लौरा की ओर से दिए जा रहे आपत्तिजनक बयानों ने जब तूल पकड़ा तो ट्रंप ने भी इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “बहुत सारे समर्थकों की तरह लौरा भी मेरी समर्थक है, मैं उनके कुछ बोलने को कंट्रोल नहीं करता. वो जो कहती है अपने मन से कहती है, वो जो चाहे वह कह सकती है.”
कौन है लौरा लूमर?
लौरा लूमर एक यहूदी अमेरिकन है, जिनका जन्म 1993 में एरिजोना में हुआ. 31 साल की लौरा के एक्स पर करीब 1.3 मिलियन फॉलोवर्स हैं और वे खुद को इंवेस्टेगेटिव जर्नलिस्ट बताती हैं. कई सोशल मीडिया प्लेटफार्म से लौरा को बैन किया जा चुका है, इसके बावजूद वे ट्रंप की करीबी मानी जाती हैं.
लौरा ने अपनी पढ़ाई बैरी यूनिवर्सिटी से की है और यूनिवर्सिटी के समय से ही उनकी गिनती उन लोगों में होती है जो अमेरिका में इस्लामिक आतंक के नाम पर हर मुस्लिम को टारगेट करने में लगे रहते हैं.
न्यूयार्क टाइम की खबर के मुताबिक ट्रंप के पिछले चुनाव में लौरा को करीब 9 बार ट्रंप के घर देखा गया. रिपोर्ट में लिखा है कि चुनाव अभियान के दौरान वे ट्रंप के पर्सनल जेट से वहां पहुंची थीं. हालांकि पिछले दो महीनों से वे ट्रंप के कैंपेन से नदारद रही हैं और सोशल मीडिया से ट्रंप का सपोर्ट कर रही हैं.

I thought the craziest person in MAGA world was @mtgreenee but even she had to condemn the absolute vile racist language from this random Laura Lunatic @LauraLoomer who said If Harris wins, the White House will smell like curry. She is apparently close to Trump. See images pic.twitter.com/kqqsnhzerU
— Rotus (@Rotankwot) September 13, 2024

ट्रंप के किनारा करने वाले बयान के बाद लौरा ने कहा था कि न तो ट्रंप की सलाहकार हैं और न ही स्टाफ और इसलिए ट्रंप की ओर से लौरा से दूरी बनाने जैसी कोई बात नहीं है. उन्होंने आगे कहा, “मुझे इस बात की परवाह नहीं है कि वे मेरे बारे में क्या कहते हैं, मुझे एक बात की परवाह है कि डोनाल्ड ट्रंप की जीत हो.”

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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम

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