दुनियां – पेजर ब्लास्ट से हिजबुल्लाह ही नहीं ईरान के राजदूत को भी बनाया निशाना – #INA
लेबनान और सीरिया में हुए सिलसिलेवार पेजर ब्लास्ट ने ईरान समर्थित विद्रोही समूह हिजबुल्लाह को बहुत बड़ा झटका दिया है. पेजर ब्लास्ट में 3 हजार के करीब हिजबुल्लाह लड़ाकों के साथ-साथ कई आम नागरिक भी घायल हुए हैं. जबकि इस हमले में 9 लोगों की मौत हो गई है. इसके अलावा लेबनान की राजधानी बेरूत में ईरान के राजदूत भी पेजर ब्लास्ट की चपेट में आए हैं.
ईरान के सरकारी टेलीविजन ने जानकारी दी कि लेबनान में ईरानी राजदूत मोजतबा अमानी पेजर विस्फोट में घायल हुए हैं. उनके घाव मामूली है और वह होश में हैं और किसी भी खतरे से बाहर हैं. लेबनान में भी ईरानी राजदूत पर हमले की खबर ने ईरान में सनसनी फैला दी, कुछ महीने पहले ही सीरिया में भी ईरानी मिशन को निशाना बनाया गया था. मोजतबा अमानी के घायल होने की खबर मिलते ही ईरान के विदेश मंत्री ने घायल ईरानी राजदूत की पत्नी से बात की.
कैसे दहला हिजबुल्लाह?
मंगलवार को हिजबुल्लाह के लड़ाकों के कम्युनिकेशन डिवाइस फटने लगे, जिससे सीरिया और लेबनान के अलग-अलग इलाकों में करीब 3 हजार हिजबुल्लाह लड़ाकें घायल हो गए. शुरुआती जानकारी के मुताबिक हिजबुल्लाह ने इसका आरोप इजराइल पर लगाया है, खबरों में कहा जा रहा है कि इजराइली एजेंसी ने शिपमेंट के दौरान पेजर से छेड़छाड़ की और बाद में उनमें धमाके कर दिए गए.
इजराइल सरकार ने इन हमलों को लेकर कोई बयान जारी नहीं किया है. इतिहास में भी देखा गया है कि इजराइल अक्सर अपने हमलों की जिम्मेदारी लेने से बचता रहा है और उसकी खुफिया एजेंसी मोसाद के पास ऐसे ऑपरेशन्स का लंबा अनुभव है.
ताइवान से आए थे पेजर
हिजबुल्लाह के लड़ाके ताइवान कंपनी गोल्ड अपोलो द्वारा बनाए गए पेजर का इस्तेमाल कर रहे थे, इनकी कीमत करीब 200 डॉलर है. जांच में खुलासा हुआ है कि पेजर की डिलेवरी से पहले ये 3 तीन महीने तक होल्ड पर रहे और इसी दौरान इनमें छेड़छाड़ की गई.
इजराइल और हिजबुल्लाह पिछले साल 7 अक्टूबर के बाद से ही एक दूसरे पर हमला कर रहे हैं. पिछले कुछ महीनों से ये तनाव अपने चर्म पर पहुंच गया है और किसी भी वक्त बड़ी जंग का रूप ले सकता है. लेबनान-इजराइल बॉर्डर से लगी बस्तियों को दोनों ओर से खाली करा लिया गया है.
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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
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