दुनियां – दुनिया के सबसे बड़े डिप्लोमेटिक फोरम UN को सऊदी अरब ने क्यों बताया नाकाम? – #INA

सऊदी अरब के विदेश मंत्री फैसल बिन फरहान ने UN के हेडक्वार्टर में बोलते हुए कहा कि मानवीय संकट से निपटने के लिए अब रिफॉर्म की जरूरत है. ये बात फैसल ने सऊदी की ओर से दिए गए UN जनरल असेंबली के अपने भाषण के दौरान कही है. संबोधन की शुरुआत में सऊदी विदेश मंत्री ने कहा, सऊदी अरब ‘भविष्य के लिए समझौते’ (Summit of the Future) के मसौदा तैयार करने के लिए होने वाली वार्ता में हिस्सा लेने के लिए उत्सुक रहा है, क्योंकि हम दुनिया को बेहतर बनाने के लिए इसकी क्षमता पर भरोसा रखते हैं.
फैसल बिन फरहान ने कहा कि इसके प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए बहुपक्षीय कोशिश की जरूरत है. जिससे सुरक्षा और शांति बढ़े और आने वाली पीढ़ियों के लिए सतत विकास हो सके. उन्होंने आगे जोर देकर कहा कि दुनिया भर में मानवीय संकट को दूर करने के लिए UN नाकाम हो रहा है और ये समय है, जब UN के कानून और कामों को रिफॉर्म करा जाए.
UN दुनिया की सबसे बड़ी संस्था है, जिसमें करीब 196 मेंबर सदस्य हैं. दुनिया भर के देश इसकी बैठकों और सम्मेलनों में दुनिया के विभिन्न मुद्दों को हल करने के लिए चर्चा करते हैं.
सऊदी ने मीटिंग में कहा कि इजराइल फिलिस्तीन संघर्ष रोकने में UN नाकामयाब रहा है और इसके द्वारा दिए गए प्रस्तावों को लागू नहीं किया जा सका है. सऊदी विदेश मंत्री ने ये भी कहा कि UN में ऐसे रिफॉर्म की जरूरत है जो सभी देशों के लिए बराबर हो, चाहें वो विकासशील हो, या विकसित.
“नई सोच की जरूरत”
सऊदी विदेश मंत्री ने UN में कहा कि हमें संयुक्त राष्ट्र की प्रणाली में सुधार करने की जरूरत है ताकि आज के समय में दुनिया के सामने आने वाली चुनौतियों का सामना बेहतर ढंग से किया जा सके. इसमें सुरक्षा परिषद के काम करने के तरीकों और उसकी शक्तियों को और प्रभावी बनाना, महासभा, और दूसरी बॉडी की भूमिका को मजबूत करना शामिल है. उन्होंना कहा कि हमें 21वीं सदी की जरूरत को पूरा करने के लिए नई सोच और सिस्टम की जरूरत है.
परमानेंट मेंबरों की बढ़ाई जाए संख्या
सऊदी अरब ने UN सुधारों में स्थायी मेंबरों की संख्या 15 से ज्यादा करने की भी मांग की है. साथ ही इसके सुधारों में पास हुए प्रस्तावों को लागू कराने के लिए कानूनी बल और सभा की शक्तियों को बढ़ाना शामिल है.

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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम

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