दुनियां – लेबनान छोड़ेंगे अमेरिकी राजनयिकों के परिवार, US ने दिया आदेश – #INA
अमेरिकी विदेश विभाग ने शनिवार को अपने उन राजनयिकों के परिवारों को लेबनान छोड़ने का आदेश दिया है, जो बेरूत स्थित दूतावास द्वारा नियुक्त नहीं हैं. इसने साथ ही दूतावास के गैर-जरूरी कर्मचारियों को भी वहां जाने की अनुमति दे दी. अमेरिका की ओर से यह कदम इजराइली हमले में चरमपंथी समूह हिजबुल्लाह नेता की मौत के बाद उठाया गया है, जिससे इजराइल और हिज्बुल्लाह के बीच संघर्ष और तेज हो गया.
विदेश विभाग ने शनिवार को एक बयान में कहा कि बेरूत में हवाई हमलों के बाद बढ़ी अस्थिरता और पूरे लेबनान में अस्थिर सुरक्षा स्थिति के कारण अमेरिकी दूतावास अमेरिकी नागरिकों से लेबनान छोड़ने का आग्रह करता है. इससे पहले इजराइ की कार्रवाई और हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की मौत पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की प्रतिक्रिया सामने आई थी.
नसरल्लाह की मौत को न्यायोचित ठहराया
अमेरिकी राष्ट्रपति ने हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्ला की मौत को उसके चार दशक के आतंक के शासन से मुक्ति का एक तरीका बताया. उन्होंने बताया कि नसरल्ला को निशाना उस संघर्ष के व्यापक परिप्रेक्ष्य में बनाया गया, जो 7 अक्टूबर, 2023 को हमास की ओर से इजराइलियों के नरसंहार के साथ शुरू हुआ था.
जो बाइडेन ने अमेरिकियों की मौत का जिम्मेदार भी बताया
बाइडेन ने एक बयान में कहा कि हमास के हमले के अगले दिन नसरल्ला ने हमास के साथ हाथ मिलाने और इजराइल के खिलाफ ‘उत्तरी मोर्चा’ खोलने का दुर्भाग्यपूर्ण निर्णय लिया था. इसके साथ-साथ उन्होंने नसरल्ला के नेतृत्व में हिजबुल्ला हजारों अमेरिकियों की मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया.
इजराइल ने शुक्रवार को किया था हमला
इजराइल ने शुक्रवार की शाम लेबनान के बेरूत शहर में ताबड़तोड़ हमला बोला. इस हमले में उसने हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाल को मार गिराया. हमले के बाद ही इजराइल की सेना ने नसरल्लाह की मौत का दावा कर दिया था. इसके बाद शनिवार शाम होते-होते हिजबुल्लाह ने भी इजराइल के दावे की पुष्टि कर दी और यह बात स्वीकार किया कि उसके नेता की हमले में मौत हो गई है. इजराइल के हमले के बाद से क्षेत्र में एक बार फिर से तनाव अपने चरम पर पहुंच गया है. ईरान ने शोक की घोषणा भी की है.
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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
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