दुनियां – सब्जी वाले का बेटा कैसे बना हिजबुल्लाह का चीफ, इजराइल की नाक में कर रखा था दम – #INA
इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच जारी जंग के चलते इजराइल ने शुक्रवार को बेरूत में हिजबुल्लाह के हेडक्वार्टर को निशाना बनाया. इजराइल के इस हमले से एक बार फिर लेबनान दहल गया. इस हमले के बाद इजराइल डिफेंस फोर्स दावा कर रहा है कि हमले में हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह मारा गया है.
आज आपको हिजबुल्लाह के चीफ हसन नसरल्लाह की कहानी बताते हैं, कैसे सब्जी बेचने वाले का बेटा हसन नसरल्लाह हिजबुल्लाह का हिस्सा बना और फिर उसने अपने गुरु मुसावी की मौत के बाद हिजबुल्लाह की कमान संभाली. हिजबुल्लाह 1982 में बनाया गया था, इसका गठन लेबनान पर इजराइल के हमलों का जवाब देने के लिए हुआ था.
कब संभाली हिजबुल्लाह की कमान
हसन नसरल्लाह का जन्म बेरूत में 31 अगस्त, 1960 में हुआ था. हसन नसरल्लाह काफी साधारण परिवार से था. पिता सब्जी बेचते थे और घर के हालात काफी नाजुक थे. पिता के कंधों पर 9 बच्चों की जिम्मेदारी थी. हसन नसरल्लाह महज 16 साल का था, जब उस पर हिजबुल्लाह के पूर्व चीफ अब्बास अल-मुसावी की नजर पड़ी थी. नसरल्लाह बचपन से ही काफी धार्मिक था.
समय के साथ मुसावी और नसरल्लाह के रिश्ते गहरे होते चले गए, जिसके बाद साल 1992 में मुसावी एक हेलीकॉप्टर अटैक में मारा गया था. गुरु की मौत के बाद साल 1992 में नसरल्लाह ने ही हिजबुल्लाह की कमान संभाली. हिजबुल्लाह की कमान संभालते हुए नसरल्लाह को 32 साल से ज्यादा का समय हो गया है.
इजराइल की नाक में कर रखा था दम
नसरल्लाह ने अपने कार्यकाल में इन 32 सालों में हिजबुल्लाह को इतना ताकतवर बना दिया जितना इजराइल ने उम्मीद भी नहीं की थी. नसरल्लाह के कार्यकाल में हिजबुल्लाह ने लेबनान की सरकार में भी एंट्री की. अपने कार्यकाल में नसरल्लाह ने इजराइल की नाक में दम कर रखा था.
हिजबुल्लाह का इतना पॉवरफुल चीफ साल 2006 से छुप कर रहता है. साल 2006 में इजराइल से जंग के बाद से ही नसरल्लाह छुप कर रहता है. साल 2014 में एक इंटरव्यू के दौरान नसरल्लाह ने बताया था कि वो बंकर में नहीं रहता, लेकिन वो रोजाना सोने के लिए अपना ठिकाना बदलता रहता है. नसरल्लाह ने कहा था, अपनी सुरक्षा के लिए मेरे लिए जरूरी है कि मैं कहीं भी अगर जाता हूं तो मेरे ठिकाने का किसी को पता न चलें, लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि मैं कहीं जाऊंगा ही नहीं और अपने आस-पास हो रही चीजों को देखूंगा नहीं.
हमेशा अपने ठिकानों का पता छुपाने वाला हिजबुल्लाह का चीफ नसरल्लाह पूरी दुनिया के सामने 19 सितंबर को आया और एक स्पीच दी. अपनी स्पीच में नसरल्लाह इजराइल पर भड़का हुआ था और उसने इजराइल के पेजर के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया था.
इजराइल के साथ जंग में बेटे की हुई थी मौत
नसरल्लाह की शादी फातिमा यासीन से हुई थी. उनके पांच बच्चे थे, लेकिन उनके सबसे बड़े बेटे की इजराइल के साथ जंग में मौत हो गई थी. हिजबुल्लाह का चीफ होना नसरल्लाह की एकमात्र पहचान नहीं है. नसरल्लाह को अबू हादी के नाम से भी जाना जाता है, जो एक शहीद के पिता पुकारे जाने के बराबर है. दरअसल, साल 1997 में नसरल्लाह के सबसे बड़े बेटे हादी की इजराइली सैनिकों से लड़ते हुए मौत हो गई थी, उस समय उनके बेटे की उम्र महज 18 साल थी .
नसरल्लाह का कद बढ़ता चला गया
नसरल्लाह धीरे-धीरे हिजबुल्लाह की कमान संभालने के बाद शक्तिशाली और प्रभावशाली बनता चला गया. नसरल्लाह ने इजराइल के संग जंग में अहम किरदार निभाया और उसी के बाद उसका कद बढ़ता चला गया. नसरल्लाह की ही लीडरशिप में इजराइल ने साल 2000 में साउथ लेबनान से अपना कब्जा हटाया था.
साल 2006 में इजराइल के संग हुए युद्ध के बाद से ही नसरल्लाह का न सिर्फ हिजबुल्लाह बल्कि मिडिल ईस्ट में काफी कद बढ़ा. 2006 में इजराइल के संग हुई 34 दिन की जंग में उसने खुद की जीत को घोषित किया था.
इजराइल-गाजा युद्ध में दागे रॉकेट
इजराइल के संग 2006 में हुए युद्ध के बाद, नसरल्लाह इजराइली सीमा के करीब एक छोटे से शहर, बिंट जेबिल पहुंचा और अपने शासन का सबसे प्रभावशाली भाषण दिया. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, नसरल्लाह ने अपनी इस स्पीच में दावा किया था कि परमाणु हथियारों के बावजूद इजराइल ‘मकड़ी के जाल की तरह कमजोर’ था.
पिछले साल 7 अक्टूबर को हमास और इजराइल के बीच शुरू हुई जंग के बाद से हिजबुल्लाह ने इजराइल में करीब 8000 रॉकेट दागे. हालांकि, अब इजराइल दावा कर रहा है कि शुक्रवार को उसने हिजबुल्लाह के ठिकाने पर जब हमला किया तो नसरल्लाह वहीं मौजूद था और नसरल्लाह इस हमले में मारा गया है.
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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
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