दुनियां – रूस-नॉर्थ कोरिया की नजदीकी से टेंशन में यूक्रेन…जेलेंस्की ने तानाशाह किम पर लगाया बड़ा आरोप – #INA
रूस और नॉर्थ कोरिया की बढ़ती नज़दीकी ने यूक्रेन की टेंशन बढ़ा दी है.यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने नॉर्थ कोरिया पर बड़ा आरोप लगाया है. जेलेंस्की ने कहा है कि नॉर्थ कोरिया ने रूस की मदद के लिए यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में न केवल हथियार बल्कि सैनिक भी भेजे हैं.
जेलेंस्की ने कहा कि ‘हम देख रहे हैं रूस और नॉर्थ कोरिया जैसे देशों के बीच संबंध और गहरे होते जा रहे हैं.’ रविवार रात अपने एक वीडियो संदेश में जेलेंस्की ने आरोप लगाते हुए कहा है कि अब यह सिर्फ हथियार भेजने तक सीमित नहीं है बल्कि नॉर्थ कोरिया अपने यहां से लोगों को भी कब्जाधारी मिलिट्री फोर्स में भेज रहा है.
द. कोरिया के रक्षा मंत्री ने जताई थी आशंका
दरअसल पिछले हफ्ते साउथ कोरिया के रक्षा मंत्री किम योंग ह्यून ने कहा था कि इस बात की काफी उच्च संभावना है कि नॉर्थ कोरिया यूक्रेन के खिलाफ रूस की मदद के लिए युद्धभूमि में लड़ने के लिए अपने सैनिक भेज रहा है.
साउथ कोरिया की ओर से किए गए इस दावे को दोहराते हुए जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन और उसके सहयोगियों को रूस के इस गहरे गठबंधन के खिलाफ मजबूत जवाब देने की जरूरत है. यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने रूस के साथ युद्ध को और बढ़ने से रोकने के लिए सैन्य सहयोग बढ़ाने की मांग को भी दोहराया.
फरवरी 2022 से जारी है रूस-यूक्रेन युद्ध
फरवरी 2022 से जारी रूस-यूक्रेन युद्ध में अमेरिका, जर्मनी, ब्रिटेन समेत NATO देश यूक्रेन का साथ दे रहे हैं. इन देशों ने बड़ी मात्रा में यूक्रेन को आर्थिक और सैन्य हथियार मुहैया कराया है. यही वजह है कि युद्ध के 960 दिन बीत जाने के बावजूद यूक्रेन रूस का मुकाबला कर पा रहा है. लेकिन वह आगे कितने दिनों तक इस संघर्ष में टिक पाएगा यह कहना बेहद मुश्किल है. यही वजह है कि यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की बार-बार रूस के खिलाफ एक निर्णायक कदम उठाने की मांग अपने सहयोगी देशों से कर रहे हैं.
जेलेंस्की ने कहा रूस पर दबाव की जरूरत
जेलेंस्की ने कहा है कि फ्रंट लाइन पर हमें ज्यादा सहयोग की जरूरत है. जब हम यूक्रेन की सेना के लिए लंबी दूरी तक मार करने की क्षमता और ज्यादा निर्णायक हथियारों की मांग करते हैं तो इसका मतलब सिर्फ सैन्य उपकरण नहीं हैं. बल्कि इसका मतलब है कि रूस पर अधिक से अधिक दबाव बनाया जाए, ऐसा दबाव जिसे सहन करने में रूस समर्थ न हो. जेलेंस्की ने कहा कि इस युद्ध को और विकराल होने से रोकने का यही तरीका है.
लंबी दूरी क्षमता वाले हथियारों की मांग
बता दें जेलेंस्की लंबे समय से रूस में लंबी दूरी की क्षमता वाले हथियारों से उसके सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की मांग कर रहे हैं लेकिन उनके सहयोगियों की ओर से इस मांग को अभी तक माना नहीं गया है. हालांकि जेलेंस्की का कहना है कि वह अपनी इस मांग को दोहराते रहेंगे.
जेलेंस्की का कहना है कि शांति तभी मिल सकती है जब यूक्रेन मजबूत होगा और अगला पूरा हफ्ता इस मजबूती को प्राप्त करने के लिए अपने सहयोगियों के साथ पूरी तरह समर्पित होगा. दरअसल अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडेन पिछले हफ्ते रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर बैठकें करने वाले थे, लेकिन अमेरिका के फ्लोरिडा में आए मिल्टन तूफान के चलते बाइडेन का जर्मनी दौरा टल गया था. जानकारी के मुताबिक अब अगले हफ्ते राष्ट्रपति बाइडेन जर्मनी का दौरा करने वाले हैं, बाइडेन के दौरे का सबसे अहम एजेंडा यूक्रेन होगा.
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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
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