दुनियां – ट्रूडो को भारी पड़ सकता है भारत विरोधी एजेंडा…अपनी ही पार्टी के सांसद ने की इस्तीफे की मांग – #INA
भारत से पंगा लेकर जस्टिन ट्रूडो चारों ओर से घिर गए हैं. एक ओर भारत सरकार ने कनाडा सरकार के बेबुनियाद आरोपों पर दो टूक जवाब देते हुए कड़ी कार्रवाई की है तो वहीं दूसरी ओर लिबरल पार्टी के ही सांसद ट्रूडो से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.
कनाडा के चार्लोटटाउन से सांसद सीन केसी ने CBC न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में ट्रूडो की लीडरशिप पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा है कि, ‘मुझे अपने निर्वाचन क्षेत्र की जनता से साफ संदेश मिल रहा है कि अब ट्रूडो के जाने का समय आ गया है, और मैं इससे पूरी तरह सहमत हूं.’
ट्रूडो को पीएम पद छोड़ना चाहिए- केसी
लिबरल पार्टी के असंतुष्ट सांसदों में से एक सीन केसी ने कहा है कि मैं स्पष्ट तौर पर और जोर देकर ये संदेश दे रहा हूं कि यह ट्रूडो के जाने का समय है. केसी ने कहा कि समय बीतने के साथ इस मांग को और मजबूती मिलेगी. उन्होंने कहा कि ट्रूडो जनता की नहीं सुन रहे हैं इसलिए उन्हें प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. केसी ने कहा कि भले ही बीते 9 सालों में ट्रूडो ने कनाडा के लिए अच्छा काम किया हो लेकिन अब मतदाता ट्रूडो को पसंद नहीं कर रहे हैं.
ट्रूडो के नेतृत्व पर उठाए गंभीर सवाल
भारत से राजनीतिक तनाव के बीच कनाडा के एक और सांसद ने जस्टिन ट्रूडो के नेतृत्व पर सवाल उठाए हैं. मॉन्ट्रियल क्षेत्र के सांसद एंथनी हाउसफादर ने कहा है कि ट्रूडो को नेतृत्व जारी रखना चाहिए या नहीं इस पार्टी में चर्चा होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि मैं पार्टी के नेता का समर्थन करता हूं लेकिन अगले चुनाव में हमें किसके नेतृत्व में चुनाव लड़ना है इस पर चर्चा होनी चाहिए.
भारत से पंगा लेकर चौतरफा घिरे ट्रूडो
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो पिछले करीब एक साल से खालिस्तानी आतंकी निज्जर की हत्या के मामले में भारत पर आरोप लगा रहे हैं लेकिन उनकी सरकार और पुलिस अब तक भारत के सामने एक भी सबूत पेश नहीं कर पाई है. वहीं कुछ दिनों पहले कनाडा में मौजूद भारतीय डिप्लोमैट्स पर ट्रूडो सरकार ने गंभीर आरोप लगाए जिसके बाद दोनों देशों के बीच एक बार फिर तनाव चरम पर है.
भारत और कनाडा ने एक-दूसरे के साथ डिप्लोमैटिक संबंध कम कर दिए हैं. इसे लेकर कनाडा की मीडिया ने भी ट्रूडो सरकार की आलोचना की थी, कनाडा के नेशनल पोस्ट ने इसे राजनयिक युद्ध बताते हुए कहा था कि भारत-कनाडा के बीच संबंध लगातार बिगड़ रहे हैं लेकिन सरकार सुधार की दिशा में तेजी नहीं दिखा रही है.
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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
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