दुनियां – पुतिन ने बताया मिडिल ईस्ट की जंग रोकने का तरीका…क्या इजराइल होगा तैयार? – #INA

मिडिल ईस्ट में एक साल से जारी जंग में इजराइल अपने 3 बड़े दुश्मनों समेत हमास और हिजबुल्लाह के कई टॉप लीडर्स को खत्म कर चुका है. हमास चीफ सिनवार की मौत के बाद अमेरिका समेत कई पश्चिमी देश बंधकों की रिहाई की मांग तो कर रहे हैं लेकिन इन देशों ने इस संघर्ष के स्थायी समाधान का जिक्र भी नहीं किया.
वहीं रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हमास चीफ याह्या सिनवार की मौत के बाद स्थायी समाधान को लेकर मॉस्को की प्रतिबद्धता को दोहराया है. पुतिन ने कहा कि फिलिस्तीनी मुद्दे को हल करने का मुख्य तरीका फिलिस्तीन का एक पूर्ण राज्य बनाना है.
‘आजाद फिलिस्तीन की स्थापना ही समाधान’
गुरुवार को इजराइल ने हमास चीफ याह्या सिनवार के मारे जाने का दावा किया था, पुतिन ने इस मामले में पहली प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ‘हम इजराइल और फिलिस्तीनी अधिकारियों के साथ संपर्क बनाए हुए हैं. हमारा रुख बहुत पारंपरिक है, जो सोवियत संघ के समय से चला आ रहा है.’ पुतिन ने रूस के रुख को दोहराते हुए कहा कि फिलिस्तीन के मुद्दे को सुलझाने का मुख्य तरीका एक पूर्ण स्वतंत्र फिलिस्तीन राज्य की स्थापना है.
जंग अमेरिका की नाकाम नीतियों का नतीजा- रूस
मिडिल ईस्ट में जारी जंग के शुरुआती दिनों से ही रूस, फिलिस्तीन और इजराइल से संपर्क बनाए हुए है. इस मामले में वह लगातार अमेरिका पर भी निशाना साधता रहा है. रूस मिडिल ईस्ट के इस संघर्ष के लिए अमेरिका को जिम्मेदार ठहराता रहा है. कई बार रूस ने इसे अमेरिका की नाकाम नीतियों का नतीजा बताया है. रूस का आरोप है कि अमेरिका की नीतियों में, फिलिस्तीनियों की जरूरतों को ध्यान में नहीं रखा गया है.
भारत समेत दुनिया के कई देश इस संघर्ष को खत्म करने के लिए ‘टू स्टेट’ समाधान पर जोर देते रहे हैं, जिसके आधार पर यहूदी देश इजराइल की स्थापना तो हो गई लेकिन आजाद फिलिस्तीन देश की स्थापना नहीं हो सकी है, गाजा के अलावा भी फिलिस्तीन के कई हिस्सों पर इजराइल का कब्जा है जिसे हटाने की मांग संयुक्त राष्ट्र तक करता रहा है लेकिन इजराइल ने इन मांगों को तवज्जो नहीं दी.
फिलिस्तीन कीआजादी के खिलाफ इजराइल!
वहीं इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू कई बार आजाद फिलिस्तीन का विरोध कर चुके हैं. इजराइल का मानना है कि स्वतंत्र फिलिस्तीन देश इजराइल की सुरक्षा के लिए खतरा हो सकता है. इसी साल जनवरी में बाइडेन और नेतन्याहू के बीच हुई बातचीत के दौरान नेतन्याहू ने कहा था कि ‘हमास के नष्ट हो जाने के बाद भी इजराइल को गाजा पर सुरक्षा नियंत्रण बनाए रखना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि गाजा अब इजराइल के लिए खतरा नहीं बनेगा.’
नेतन्याहू की यह डिमांड फिलिस्तीनी संप्रभुता की मांग के विपरीत है. ऐसे में फिलहाल आजाद, संप्रभु फिलिस्तीन देश की स्थापना की मांग पूरी होती नहीं दिखती है और जब तक ऐसा नहीं होगा तब तक मिडिल ईस्ट के संघर्ष को पूरी तरह खत्म कर पाना मुमकिन नहीं होगा.

Copyright Disclaimer Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. Non-profit, educational or personal use tips the balance in favor of fair use.

सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम

Source link

Back to top button