दुनियां – भारत को काफी पहले UNSC में स्थायी प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए था: रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव – #INA
रूस ने भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्य बनाने को लेकर अपना समर्थन फिर से दोहराया है. रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि रूस का मानना है कि भारत, ब्राजील और अफ्रीकी देशों को UNSC में स्थायी प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए. उनका कहना है कि इन देशों में दुनिया की बड़ी आबादी रहती है, जिसका प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया जाना आवश्यक है.
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने रविवार को न्यूज एजेंसी तास को दिए इंटरव्यू में यह बात कही है. भारत, ब्राजील के साथ-साथ अफ्रीकी देशों को काफी समय पहले सुरक्षा परिषद में स्थाई प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए था. भारत UNSC के स्थायी और अस्थायी सदस्यों की संख्या बढ़ाने के लिए सालों से किए जा रहे प्रयासों में सबसे आगे रहा है.
UNGA में भी रूस ने भारत का समर्थन किया था
इससे पहले 29 सितंबर को भी रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थाई सीट के लिए भारत की दावेदारी पर समर्थन व्यक्त किया था. लावरोव ने 79वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने संबोधन में भारत के समर्थन का जिक्र किया था. उन्होंने उस दौरान इस बात पर जोर दिया कि निष्पक्ष विश्व व्यवस्था के लिए UNSC में प्रतिनिधित्व के विस्तार की आवश्यकता है.
सुरक्षा परिषद 21वीं सदी के लिए उपयुक्त नहीं- भारत
भारत का कहना है कि 1945 में स्थापित 15 देशों की सुरक्षा परिषद 21वीं सदी के उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है. यह समकालीन भू-राजनीतिक वास्तविकताओं को प्रतिबिंबित नहीं करती. भारत का मानना है कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश को भी सुरक्षा परिषद का स्थाई सदस्य बनने का हक है.
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पिछले महीने, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीअर स्टार्मर, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में स्थाई सदस्यता के भारत के दावे का समर्थन किया था. भारत पिछली बार 2021-22 में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अस्थाई सदस्य बना था.
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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
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