दुनियां – कृष्ण भजन गाया, भारतीय नृत्य किया पेश… पीएम मोदी का रूस में ऐसे हुआ स्वागत – #INA
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय रूस दौरे के पर हैं. पीएम मोदी रूस के कजान में हो रहे 16वें BRICS समिट में शामिल होने के लिए रूस पहुंचे हैं. पीएम मोदी का कजान में भव्य स्वागत किया गया, उनके सम्मान में रूसी नागरिकों ने कृष्ण भजन गाया. साथ हीतातारस्तान के प्रमुख रुस्तम मिन्निकानोव ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया.
भारतीय प्रवासियों से पीएम मोदी ने मुलाकात की, हर तरफ लोगों के हाथ में तिरंगा का दिखाई दिया, साथ ही सभी पीएम की एक झलक देखने के लिए काफी उत्साहित दिखाई दिए. पीएम मोदी ने कई लोगों से हाथ मिलाया और बच्चों को आशीर्वाद दिया. साथ ही कई लोगों के साथ तस्वीरें भी खिंचवाई. रूस में लगभग 62 हजार भारतीय प्रवासी रहते हैं.
नृत्य किया गया पेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सम्मान में कजान के होटल कोर्स्टन में भारतीय संस्कृति पेश की गई. रूसी समुदाय के कलाकारों ने भारतीय कपड़े पहन कर नृत्य प्रदर्शन किया और पीएम मोदी का स्वागत किया. भारत की संस्कृति आज पूरी दुनिया तक पहुंच रही है.
पूरी दुनिया भारत की संस्कृति को जानना-समझना चाहती है. भारतीय संस्कृति के सम्मान की एक बेहद खूबसूरत तस्वीर रूस में दिखाई दी. रूस के नागरिकों ने भारतीय कपड़े पहने जहां महिलाएं साड़ी में नजर आईं. वहीं, पुरुषों ने खादी कुर्ता और धोती पहनी. इन सभी रूसी नागरिकों ने कृष्ण भजन गा कर पीएम मोदी का देश में गर्म जोशी से स्वागत किया.
BRICS समिट क्यों है अहम
अपने इस दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के लीडर शी जिनपिंग से मुलाकात करेंगे. साथ ही उम्मीद है कि वो पुतिन और शी जिनपिंग से द्विपक्षीय वार्ता भी कर सकते हैं. BRICS की पहल ब्राजील, रूस, भारत, चीन और साउथ अफ्रीका ने की थी. इस के बाद फिर ईरान, मिस्र, इथोपिया और UAE भी इस में जुड़ गए.
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi witnesses a dance performance by the artists of the Russian community at Hotel Korston in Kazan. He is here to attend the 16th BRICS Summit, being held under the Chairmanship of Russia.
The Prime Minister is also expected to hold bilateral pic.twitter.com/QFDXTD7BlA
— ANI (@ANI) October 22, 2024
दुनिया की आर्थिक नीतियों से अमेरिका का प्रभाव कम करने के लिए भारत, रूस और चीन ने मिलकर ब्रिक्स की पहल की थी. BRICS के धीरे-धीरे हो रहे विस्तार से माना जा रहा है कि रूस और चीन ब्रिक्स के जरिए एक ऐसा गठबंधन बनाना चाहते हैं जो NATO और G7 को टक्कर दे सके. इस गठबंधन का सबसे अहम मकसद राजनीतिक और आर्थिक सुरक्षा है.
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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
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