दुनियां – अमेरिका में वोटिंग के तरीके से नाखुश हैं ट्रंप समर्थक विवेक रामास्वामी, भारत जैसे मतदान की मांग – #INA

भारतीय-अमेरिकी व्यावसायी विवेक रामास्वामी ने राष्ट्रपति चुनाव की तारीख से पहले होने वाले मतदान (early voting) के प्रावधान का विरोध किया है. रामास्वामी ने गुरुवार को भारतीय चुनावी प्रक्रिया जैसे मतदान की मांग करते हुए कहा कि अमेरिका में देशभर में एक ही दिन मतदान होने चाहिए और चुनाव से पहले मतदाताओं का पहचान पत्र बनवाना अनिवार्य होना चाहिए.
दरअसल अमेरिका में 5 नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोट डाले जाने हैं लेकिन चुनाव की मुख्य तारीख से करीब 4 हफ्ते पहले से ही लोग अपना वोट डाल सकते हैं. जिसे अर्ली-वोटिंग कहा जाता है. इस दौरान प्रचार और वोटिंग दोनों ही प्रक्रिया साथ-साथ चलती रहती है. जबकि भारत में वोटिंग से करीब 36 घंटे पहले प्रचार अभियान थम जाता है. हालांकि अमेरिका की तुलना में बड़ी आबादी के चलते भारत में अलग-अलग चरणों में मतदान कराए जाते हैं.
रामास्वामी ने किया Early Voting का विरोध
कारोबारी से नेता बने विवेक रामास्वामी ने एरिजोना में ट्रंप के लिए एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि, ‘मुझे आपसे ईमानदारी ये बात कहता हूं, मुझे अर्ली वोटिंग कभी भी पसंद नहीं थी. मैं एक ही दिन में वोटिंग पर विश्वास करता हूं, राष्ट्रीय अवकाश के दिन लोगों को पेपर बैलेट के जरिए वोट डालना चाहिए और इसके लिए सरकार को वोटर लिस्ट से मिलान कर लोगों को पहचान पत्र जारी करना चाहिए. मैं इसी पर विश्वास करता हूं और डोनाल्ड ट्रंप भी इसी व्यवस्था पर विश्वास करते हैं.’
पहले विरोध, फिर अर्ली-वोटिंग की अपील
विवेक रामास्वामी ने रैली में शामिल लोगों से कहा कि आपको नियमों के अनुसार खेलना होगा, और हम इन नियमों को बदलने जा रहे हैं जो पहले ही सरकार को कर देना चाहिए था. उन्होंने कहा एक रिपब्लिकन के तौर पर भले ही हम अर्ली-वोटिंग को पसंद नहीं करते हैं लेकिन फिर भी मैं आपसे कहूंगा कि आप अपने घरों से निकलें और किसी भी तरह से वोट डालें. क्योंकि हमारे सामने एक ऐसा चुनाव जो हमें जीतना है और अपने देश को बचाना है.
कौन हैं विवेक रामास्वामी?
विवेक रामास्वामी, अमेरिका में भारतीय मूल के अरबपति कारोबारी है. वह पिछले साल रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति उम्मीदवार की दौड़ में शामिल हुए थे, लेकिन बाद में डोनाल्ड ट्रंप की दावेदारी का समर्थन करते हुए उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया था. 37 साल के रामास्वामी के माता-पिता भारतीय थे और वह केरल के पलक्कड़ से अमेरिका जाकर बस गए. रामास्वामी का जन्म अमेरिका के ओहायो प्रांत में हुआ था. उन्होंने हार्वर्ड कॉलेज और येल यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है.
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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम

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