दुनियां – हिजबुल्लाह के हमलों से नेतन्याहू कैबिनेट में खौफ, बदला अपना ठिकाना – #INA

लेबनान में जारी इजराइली कार्रवाई के बाद भी हिजबुल्लाह के हमलों में कमी नहीं आ रही है. पिछले कुछ दिनों में हिजबुल्लाह ने इजराइल सेना के कई ठिकानों को निशाना बनाया है और इजराइली एयर डिफेंस को दर्जनों बार भेदा है. जैसे-जैसे इजराइल लेबनान में अपना अभियान बढ़ा रहा है वैसे ही हिजबुल्लाह ने अपने हमलों का दायरा बढ़ाया है और उसने तेल अवीव और पीएम नेतन्याहू के घर तक पर रॉकेट-ड्रोन दागे हैं.
हिजबुल्लाह के इन हमलों के चलते नेतन्याहू कैबीनेट को अपना ठिकाना बदलने पड़ा है. हिब्रू मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सुरक्षा चिंताओं की वजह से प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की कैबिनेट प्रधानमंत्री कार्यालय या IDF मुख्यालय में बैठक नहीं करेगी. ये नया प्रोटोकॉल आज से ही प्रभावी हो जाएगा.
बैठकों की जगह क्यों बदली?
Ynet न्यूज आउटलेट की रिपोर्ट में कहा गया है कि नेताओं और सरकारी इमारतों पर हमलों के प्रयास के कारण बैठकों की जगह बदली गई है. जबकि वाल्ला समाचार साइट का कहना है कि यह फैसला इस महीने की शुरुआत में कैसरिया में नेतन्याहू के निजी आवास पर ड्रोन हमले के बाद लिया गया है.
प्राक्सी के हमलों को रोकेगा आयरन बीम
इजराइल की एयर डिफेंस में अब एक और सिस्टम जुड़ने जा रहा है. इजराइली डिफेंस के डायरेक्टर ने कहा कि लेजर एयर डिफेंस सिस्टम, आयरन बीम की एक साल में चालू हो जाने की उम्मीद है. आयरन बीम को आयरन डोम के साथ मिलकर काम करने और छोटे प्रोजेक्टाइल को मार गिराने के लिए डिजाइन किया गया है. इसके चालू होने से हिजबुल्लाह और हमास की ओर से छोड़े जाने वाले रॉकेट और ड्रोनों को रोकने में मदद मिलेगी.
नेतन्याहू सरकार पर बढ़ा दबाव
जंग के एक साल बाद भी इजराइली बंधकों को न रिहा कर पाने के बाद इजराइल के पीएम नेतन्याहू पर दबाव बढ़ता जा रहा है. उनकी एक सभा में रविवार को शख्स ने उनके खिलाफ कई सवाल खड़े किए और उनके भाषण को बाधित किया है. तेल अवीव में बंधकों की रिहाई को लेकर आए दिन प्रदर्शन किए जा रहे हैं, लेकिन इजराइल और हमाल अभी तक संघर्ष विराम तक नहीं पहुंच पाए हैं.

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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम

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