यूपी- कुंदरकी से लखनऊ आ रहे समर्थकों को रोकने पर भड़के अखिलेश यादव, बीजेपी पर साधा निशाना – INA
उत्तर प्रदेश में हुए उपचुनाव के नतीजों के बाद धांधली के आरोप लगाए जा रहे हैं. समाजवादी पार्टी ने सीधे तौर पर कुंदरकी विधानसभा सीट के परिणाम पर सवाल उठाए हैं. समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता इसके विरोध में मुरादाबाद से लखनऊ जा रहे थे. जिन्हें सीतापुर जिले की खैराबाद पुलिस ने शनिवार देर रात हिरासत में ले लिया, बताया जा रहा है कि पुलिस ने पार्टी के करीब 35 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है. अब इस मामले को लेकर पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने नाराजगी जाहिर करते हुए बीजेपी की निंदा की है.
अखिलेश यादव ने राष्ट्रपति और सुप्रीम कोर्ट समेत अन्य संस्थाओं से अपील की कि वो इस मामले का बिना देर किए फौरन संज्ञान लें और यह सुनिश्चित करें कि जो लोग अपने मताधिकार के लिए आवाज उठाना चाहते हैं, उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार उनके साथ कोई अन्याय या फिर किसी भी तरह का अत्याचार न कर सके.
अखिलेश यादव ने बीजेपी पर साधा निशाना
अखिलेश ने रविवार 24 नवंबर को सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ पर एक पोस्ट शेयर किया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि ‘कुंदरकी में जिन लोगों को सरेआम वोट डालने से रोका गया या जिनके वोट किसी और ने डाल दिए, वो सब लोग अपने साथ हुए अन्याय को बताने के लिए लखनऊ की तरफ जा रहे थे, क्योंकि स्थानीय स्तर पर उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही थी’ इससे आगे सपा प्रमुख ने कहा ‘इससे बीजेपी के चुनावी घपले का भंडाफोड़ हो जाता, इसलिए बीच रास्ते में ही लोगों को सीतापुर में पुलिस ने रोक लिया’
कुंदरकी में जिन लोगों को सरेआम वोट डालने से रोका गया या जिनके वोट किसी और ने डाल दिये वो सब लोग अपनी व्यथा बताने के लिए लखनऊ आ रहे थे, क्योंकि वहाँ स्थानीय स्तर पर कोई सुनवाई नहीं हो रही थी। इससे भाजपा के चुनावी घपले का भंडाफोड़ हो जाता, इसीलिए बीच रास्ते में उनको सीतापुर में pic.twitter.com/vUEkLBQcTC
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 24, 2024
‘वोट के अधिकार के लिए आवाज उठाने वालों के साथ न हो अत्याचार’
सपा प्रमुख ने आगे लिखा,’हम राष्ट्रपति महोदया, माननीय सर्वोच्च न्यायालय, निर्वाचन आयोग, मानवाधिकार आयोग, माननीय राज्यपाल से आग्रह करते हैं कि इस मामले का तुरंत संज्ञान लें और यह सुनिश्चित करें कि जो लोग अपने वोट के अधिकार के लिए आवाज उठाना चाहते हैं, उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार उनके साथ कोई अन्याय या अत्याचार न कर सके’
‘हिरासत में लिए गए सभी लोगों के पास थे दस्तावेज’
इधर समाजवादी के राष्ट्रीय सचिव और पूर्व विधायक अनूप गुप्ता ने आरोप लगाया कि पुलिस ने जिन लोगों को हिरासत में लिया है उनके पास सभी जरूरी दस्तावेज और पहचान पत्र थे. लेकिन प्रशासन ने उनकी एक बात नहीं सुनी और उन्हें हिरासत में ले लिया. इसके साथ ही विधायक ने ये भी आरोप लगाया कि हिरासत में लिए गए कार्यकर्ताओं को न तो शौचालय का इस्तेमाल करने दिया जा रहा है और न ही उन्हें सुबह से कुछ शाने पीने के लिए दिया गया है.’
पुलिस ने दी ये सफाई
वहीं सीतापुर पुलिस का कहना है कि अपराध की रोकथाम के लिए कोतवाली नगर और खैराबाद पुलिस शनिवार देर रात बैरियर लगाकर नियमित जांच कर रही थी. जांच के दौरान ही विभिन्न जिलों से आए कुल 35 संदिग्ध लोगों और पांच वाहनों को रोका गया था और उनके पास आरसी के साथ ही अन्य दस्तावेज न होने पर उनके खिलाफ नियम के मुताबिक कार्रवाई की गई है.