दुनियां – दुनियाभर के मुसलमानों का मसीहा बनने वाला ईरान इस मुस्लिम देश के लोगों को क्यों डिपोर्ट कर रहा है? – #INA

ईरान के सुप्रीम लीडर अयातु्ल्लाह अली खामेनेई ने जब 4 अक्टूबर को करीब 5 साल बाद जुमे की नमाज में जब खुतबे को संबोधित किया तो ऐसा लगा जैसे ईरान को दुनियाभर के मुसलमानों की बड़ी चिंता है. लेकिन ऐसा नहीं है, ईरान अपने ही पड़ोसी मुस्लिम मुल्क के नागरिकों को देश से निकाल रहा है.
ईरान के पुलिस चीफ अहमद रजा रदान ने कहा है कि ईरान ने अब तक साढ़े 8 लाख ‘अवैध विदेशी नागरिकों’ को डिपोर्ट किया है, यह आंकड़ा ईरान के उस का हिस्सा है जिसमें उसने मार्च 2025 तक 2 मिलियन लोगों को देश से निकालने का लक्ष्य रखा है. ईरान की ओर से यह तो नहीं बताया गया है कि डिपोर्ट किए गए लोग किस मुल्क के हैं लेकिन सामान्य तौर पर ईरान मेंअफगानियों के लिए ‘अवैध विदेशी नागरिक’ शब्द का इस्तेमाल किया जाता है.
अफगानियों को क्यों निकाल रहा ईरान?
ईरान और अफगानिस्तान करीब 900 किलोमीटर लंबी बॉर्डर लाइन साझा करते हैं, जिसमें ज्यादातर हिस्सा ऊंचे पर्वत रेंज की वजह से पहुंच योग्य नहीं है. बीते 40 साल में कभी गृह युद्ध तो कभी गरीबी और अब तालिबानी शासन से बचने के लिए लाखों अफगानी ईरान भाग गए.
ईरान अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के कारण बीते कई सालों से आर्थिक संकट से जूझ रहा है, ऐसे में ईरानी सरकार ने कुछ समय पहले ऐलान किया था कि आने वाले एक साल में ईरान से करीब 20 लाख अफगानी शरणार्थियों को वापस भेजा जाएगा.
ईरान में कितने अफगानी शरणार्थी?
संयुक्त राष्ट्र की रिफ्यूजी एजेंसी (UNHCR) के मुताबिक ईरान में करीब 45 लाख अफगानी शरणार्थी रहते हैं. लेकिन ईरानी मीडिया के मुताबिक असल में यह आंकड़ा 60 से 80 लाख तक भी हो सकता है. तुर्किए के बाद दुनिया में सबसे ज्यादा शरणार्थी ईरान में रहते हैं, जिसमें अफगानियों की संख्या सबसे अधिक है.
शरणार्थियों को निकाले जाने की मांग पुरानी
ज्यादातर अफगानी शरणार्थी अवैध तरीके से ईरान आए हैं, डिपोर्ट किए जाने के डर से इन शरणार्थियों ने लीगल परमिट के लिए रजिस्ट्रेशन ही नहीं कराया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक एकसमान भाषा की वजह से अफगानी आसानी से ईरानी समुदाय के बीच में घुल-मिल जाते हैं और उन्हें अन्य अवैध शरणार्थियों से काफी मदद भी मिलती है.
ज्यादातर अवैध शरणार्थी ईरान में खेती और कंस्ट्रक्शन साइट्स पर मजदूरी का काम करते हैं जिसे आम तौर पर ईरान के लोग नहीं करना चाहते हैं. हालांकि लंबे समय से ईरान में इन अवैध शरणार्थियों को निकाले जाने की चर्चा चल रही थी. वहीं अपराध के बढ़ते मामलों, बेसिक फूड आइटम्स की कमी और अवैध शरणार्थियों के खिलाफ बढ़ रही नफरती पोस्ट के चलते ईरान की सरकार ने अगले साल मार्च तक 20 लाख अफगानी शरणार्थियों को डिपोर्ट किए जाने का लक्ष्य रखा है.

Copyright Disclaimer Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. Non-profit, educational or personal use tips the balance in favor of fair use.

सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम

Source link

Back to top button