दुनियां – इजराइल की उम्मीदों को हमास ने फिर दिया झटका, युद्ध विराम समझौता किया खारिज – #INA

अमेरिका चुनाव से पहले गाजा संघर्ष विराम और बंधक डील को लेकर वार्ता एक बार फिर तेज हो गई है. हमास-इजराइल के सामने अमेरिका और मध्यस्थों ने एक प्रस्ताव पेश किया है, जिसमें गाजा में कुछ दिनों के संघर्ष विराम के साथ बंधकों की रिहाई शामिल है. खबरों के मुताबिक इजराइल ने इस प्रस्ताव पर सकारात्मक रुख दिखाया वहीं हमास की और से इसमें विश्वास की कमी के संकेत मिले हैं.
हमास अधिकारी समी अबू जुहरी ने कतरी न्यूज चैनल ‘अल जजीरा’ से कहा कि प्रस्ताव में प्रस्तुत युद्ध विराम प्रस्ताव उनकी मांगों को पूरा नहीं करता है. उन्होंने कहा कि हमास गाजा में इजराइली बंदियों की रिहाई के बदले में अस्थायी युद्ध विराम स्वीकार नहीं करेगा क्योंकि इसके बाद इजराइल अपनी बमबारी फिर से शुरू कर देगा.
कतर में हुई युद्ध विराम पर वार्ता
इस हफ्ते इजराइल के मोसाद प्रमुख और CIA डायरेक्टर ने कतर की राजधानी में हुई युद्ध विराम वार्ता में हिस्सा लिया था. अगस्त में युद्ध विराम प्रयासों के विफल होने के बाद यह पहली हाई लेवल मींटिग थी.
गाजा में हमास के पास लगभग 100 इजराइली बंधक हैं, बंदियों के परिवार लगातार अपने रिश्तेदारों की रिहाई के लिए इजराइली सरकार पर युद्ध विराम का दबाव डाल रहे है. इसको लेकर इजराइल के बड़े शहरों में आए दिन प्रदर्शन किए जा रहे हैं. लेकिन इजराइल ने अभी तक स्थायी युद्ध विराम के लिए हामी नहीं भरी है.
हमास को नहीं विश्वास
नए संघर्ष विराम समझौते में ये सार्वजनिक नहीं हुआ है कि ये संघर्ष विराम कितने दिन के लिए किया जाएगा. पिछले महीने मिस्र के राष्ट्रपति सीसी ने 4 दिनों के युद्ध विराम का प्रस्ताव रखा था, जिसमें 4 बंधकों की रिहाई शामिल थी. उस समय उन्होंने कहा था कि इस युद्ध विराम के जरिए स्थायी युद्ध विराम की रूपरेखा रखी जाएगी. हमास किसी भी अस्थाई समझौते पर साइन करने के लिए राजी नहीं, क्योंकि उसको लगता है कि इजराइल बंधकों की रिहाई के बाद और अमेरिका में चुनाव के बाद फिर हमले शुरू कर देगा.

Copyright Disclaimer Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. Non-profit, educational or personal use tips the balance in favor of fair use.

सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम

Source link

Back to top button