दुनियां – पाकिस्तान की राह पर बांग्लादेश, जिन देशों में 90% से ज्यादा मुसलमान वहां ‘सेकुलरिज्म’ है? – #INA
बांग्लादेश के अटॉर्नी जनरल मोहम्मद असदुज्जमां ने देश के संविधान से ‘समाजवाद’ और ‘सेक्युलर’ शब्द को हटाने की मांग की है. AG का कहना है कि बांग्लादेश की 90 फीसदी आबादी मुस्लिम है लिहाजा संविधान से सेक्युलर जैसे शब्द को हटा देना चाहिए.
शेख हसीना सरकार के सत्ता से बेदखल होने के बाद बांग्लादेश में बड़े पैमाने पर बदलाव किए जा रहे हैं, एक ओर अंतरिम सरकार संविधान को नए सिरे से लिखने के प्रयास में जुटी है तो वहीं दूसरी ओर आजादी के नायक माने जाने वाले शेख मुजीबुर्रहमान की निशानियां मिटाने की भी शुरुआत हो चुकी है. अटॉर्नी जनरल असदुज्जमां ने बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान को दी जाने वाली ‘राष्ट्रपिता’ की उपाधि में भी बदलाव करने की मांग की है.
क्या सेक्युलर है बांग्लादेश का संविधान?
बांग्लादेश के संविधान की प्रस्तावना में सेक्युलर शब्द का जिक्र है. बांग्लादेश के संविधान का आर्टिकल 8 ‘सेकुलरिज्म’ को कानून के मूल सिद्धांतों में से एक के तौर पर स्थापित करता है. बांग्लादेश सरकार की ‘विधायी और संसदीय कार्य प्रभाग’ की वेबसाइट पर मौजूद बांग्लादेश के संविधान की प्रस्तावना और आर्टिकल 8 में कहा गया है कि, ‘राष्ट्रवाद, समाजवाद, लोकतंत्र और सेक्युलरिज्म राज्य की नीति के मूल सिद्धांत होंगे.’
बांंग्लादेश के संविधान की प्रस्तावना
बांग्लादेश में किस धर्म की कितनी आबादी?
2022 की जनगणना के मुताबिक बांग्लादेश की जनसंख्या करीब 16.5 करोड़ है. इसमें मुस्लिम आबादी करीब 91.04 फीसदी है, हिंदू 7.95 फीसदी, बौद्ध, ईसाई और अन्य समुदायों की आबादी करीब 1 फीसदी है. 2011 की जनगणना के आंकड़ों से तुलना करें तो महज मुस्लिम आबादी में ही वृद्धि दर्ज की गई है, बाकी सभी धर्मों की जनसंख्या में गिरावट आई है.
अटॉर्नी जनरल ने क्या कहा?
संविधान के 15वें संशोधन की वैधता पर सुनवाई के दौरान AG असदुज्जमां ने तर्क दिया कि संशोधनों को लोकतंत्र का समर्थन करना चाहिए न कि अधिनायकवाद का. उन्होंने कहा, ‘पहले अल्लाह पर निरंतर भरोसा और आस्था थी, मैं चाहता हूं कि यह पहले जैसा ही रहे.’ उन्होंने संविधान के आर्टिकल 2A और 9 का जिक्र करते कहा कि 2A में कहा गया है राज्य सभी धर्मों के पालन में समान अधिकार और समानता सुनिश्चित करेगा, वहीं आर्टिकल 9 ‘बंगाली राष्ट्रवाद’ की बात करता है, जो कि विरोधाभासी है.
90% मुस्लिम आबादी वाले देशों का संविधान सेक्युलर है?
दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आबादी मुसलमानों की है, विश्व के करीब 51 देशों में मुस्लिम बहुसंख्यक की भूमिका में है. बांग्लादेश के अटॉर्नी जनरल की मांग से सवाल उठता है कि क्या इन देशों का संविधान भी सेक्युलर है? अगर 90 फीसदी से अधिक आबादी वाले मुल्कों की बात करें तो सऊदी अरब, मिस्र, मोरक्को समेत करीब 32 देशों में मुसलमानों की आबादी 90 फीसदी या उससे ज्यादा हैं. वहीं मुस्लिम मेजोरिटी वाले दुनिया के तमाम देशों में महज 10 देश ही सेक्युलर हैं.
90 फीसदी से अधिक मुस्लिम आबादी वाले देशों के संविधान को जानिए
पाकिस्तान
भारत के पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में 96.5 फीसदी मुसलमान रहते हैं, Pew रिसर्च के 2020 के आंकड़ों के मुताबिक यहां मुसलमानों की संख्या करीब 20 करोड़ से ज्यादा है. पाकिस्तान के संविधान में लोकतंत्र, स्वतंत्रता, समानता और सहिष्णुता जैसे शब्द तो हैं लेकिन वह सेक्युलर नहीं है.
तुर्किए
राष्ट्रपति रेचेप तैयप अर्दोआन के देश तुर्की ने कुछ साल पहले ही अपना नाम बदलकर तुर्किए कर लिया था. Pew रिसर्च के अनुसार, यहां मुसलमानों की आबादी 79 करोड़ से अधिक है जो कुल जनसंख्या का 98% है. तुर्किए के संविधान में 10 से ज्यादा बार सेक्युलर शब्द का जिक्र है. इसके पहले भाग में मूलभूत सिद्धांतों की सूची में रिपब्लिक ऑफ तुर्किए को लोकतांत्रिक, सेक्युलर और सोशल स्टेट बताया गया है जहां कानून का शासन है.
मालदीव
हिंद महासागर में मौजूद मालदीव में मुस्लिमों की आबादी करीब 98.4 फीसदी है, रिसर्च डाटा के मुताबिक यहां करीब 35 लाख मुसलमान रहते हैं. पाकिस्तान की ही तरह मालदीव के संविधान में भी सेक्युलर शब्द का जिक्र तक नहीं है. इसमें लिखा है कि, ‘मालदीव एक संप्रभु, स्वतंत्र, लोकतांत्रिक गणराज्य है जो इस्लाम के सिद्धांतों पर आधारित है.’
ईरान
Pew रिसर्च के आंकड़ों के मुताबिक ईरान में करीब 8.1 करोड़ मुसलमान रहते हैं, जो कि देश की कुल आबादी का 99.5% है. ईरान का संविधान भी इस्लामिक सिद्धांतों पर चलने की बात करता है. ईरान एक इस्लामी देश है.
मिस्र
करीब 9 करोड़ मुस्लिम आबादी वाला मिस्र एक अरब गणराज्य है. यहां मुसलमानों की जनसंख्या कुल आबादी का 95.3 फीसद है. मिस्र के संविधान के मूलभूत सिद्धांतों में संप्रभुता, लोकतंत्र, नागरिकों की आजादी, समानता समेत कई तत्वों को शामिल किया गया है लेकिन यह अरब और इस्लामिक देश है.
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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
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