Political – कांगड़ा लोकसभा चुनाव परिणाम 2024: राजीव भारद्वाज या आनंद शर्मा, कांगड़ा सीट से किसकी खुलेगी किस्मत?- #INA
Kangra Lok Sabha Chunav Results
हिमाचल की कांगड़ा लोकसभा सीट पर सातवें चरण में 1 जून को मतदान हुआ था. कांगड़ा में 70.44 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था. इस सीट पर बीजेपी के राजीव भारद्वाज और कांग्रेस के आनंद शर्मा के बीच मुकाबला है. साल 2019 में इस सीट मुख्य मुकाबला बीजेपी के किशन कपूर और कांग्रेस के पवन काजल के बीच था. उस समय किशन कपूर को प्रचंड जीत मिली थी. उन्होंने पवन काजल को 4,77,623 वोटों से करारी शिकस्त दी थी. किशन कपूर को 7,25,218 लाख वोट मिले थे जबकि पवन काजल को 2,47,595 वोट हासिल हुए थे. बसपा के डॉ. केहर सिंह 8,866 वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे थे.
2014 के लोकसभा चुनाव में भी कांगड़ा सीट पर बीजेपी और कांग्रेस में सीधी टक्कर थी. मुख्य मुकाबला बीजेपी के शांता कुमार और कांग्रेस के चंद्र कुमार के बीच था. इस चुनाव में शांता कुमार 4,56,163 लाख वोट पाकर 1,70,072 वोटों के अंतर से चुनाव जीत गए थे. चंद्र कुमार को 2,86,091 लाख वोट मिले थे. वहीं, आम आदमी पार्टी (AAP) के डॉ. राजन सुशांत 24,430 हजार वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे थे.
एक जमाने में पहाड़ी राज हिमाचल की यह सीट कांग्रेस का गढ़ हुआ करती थी लेकिन बदलते समय के साथ कांगड़ा सीट पर बीजेपी ने पूरी तरह से कब्जा कर लिया है. 1998 से लगातार बीजेपी यहां जीतती आ रही है. कांगड़ा लोकसभा सीट पहली बार 1952 में अस्तित्व में आई थी. 1952 में हुए पहले आम चुनाव में कांग्रेस के हेम राज चुनाव जीते थे. 1952 से 1971 तक इस सीट पर लगाताक कांग्रेस का कब्जा रहा था. 1977 में जनता पार्टी से कंवर दुर्गा चंद सांसद बने. फिर यह सीट कांग्रेस के खाते (1980, 1984) में चली गई. इसके बाद अगले दो चुनाव में बीजेपी ने जीत हासिल की. 1996 में फिर कांग्रेस आई. इसके बाद से इस सीट पर लगातार बीजेपी का कब्जा रहा.
कांगड़ा लोकसभा सीट के तहत हिमाचल प्रदेश की 17 विधानसभा सीटें आती हैं. इनमें चुराह, चंबा, डलहौजी, भटियात, नूरपुर, इंदौरा, फतेहपुर, जवाली, ज्वालामुखी, जयसिंहपुर, सुलह, नगरोटा, कांगड़ा, शाहपुर, धर्मशाला, पालमपुर और बैजनाथ शामिल हैं.
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