Tach – BSNL के डाटा में सेंध, सिम कार्ड डिटेल से लेकर घर के पते तक सब पहुंचा हैकरों के पास
नई दिल्ली. भारत समाचार निगम लिमिटेड यानी BSNL के डाटा में सेंध लग गई है. डिजिटल रिस्क मैनेजमेंट फर्म एथेनियन टेक की एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है. ईटी के अनुसार, इस रिपोर्ट में कहा गया है कि हैकर्स के पास ग्राहकों की निजी जानकारी पहुंच गई है. इसमें इंटरनेशनल मोबाइल सब्सक्राइबर आइडेंटिटी (IMSI) नंबर, सिम कार्ड डिटेल्स, होम लोकेशन और कई जरूरी सिक्योरिटी नंबर्स शामिल हैं. यह 6 महीने के अंदर दूसरी ऐसी घटना है. इससे पहले दिसंबर 2023 में सेंधमारी का मामला सामने आया था.
समाचार पत्र ईटी से बातचीत में एथेनियन के टेक चीफ एग्जीक्यूटिव कनिष्क गौड़ ने कहा है कि Kiberphant0m ने इस डाटा ब्रीच की जिम्मेदारी ली है. इस सेंध में बीएसएनएल का 278 जीबी डाटा हैकर्स के पास चला गया है. उनके पास सर्वर स्नैपशॉट भी हैं जिसका इस्तेमाल सिम को क्लोन करने व दूसरी आपराधिक गतिविधियों के लिए किया जा सकता है. हैकर ने इस डाटा को बिक्री के लिए 4,17,000 रुपये कीमत लगाई है. गौड़ ने बताया कि जो डाटा ब्रीच हुआ है वह काफी जटिल और महत्वपूर्ण है जो न केवल आम यूजर को प्रभावित करेगा बल्कि बीएसएनल एक मुख्य ऑपरेशनल सिस्टम के लिए भी घातक साबित हो सकता है.
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लोगों के लिए कैसे खतरा?
हैकर्स इस डाटा का इस्तेमाल साइबर अटैक के लिए कर सकते हैं. इससे न सिर्फ बीएसएनएल खतरे में आ गया है बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा पर प्रश्न चिह्न लग गया है. इसके अलावा सिम कार्ड की जानकारी का इस्तेमाल कर हैकर्स किसी की वित्तीय जानकारी तक पहुंच सकते हैं और फिर उनकी संपत्ति पर कर सकते हैं. पिछली बार जो डाटा ब्रीच हुआ था उसमें फाइबर और लैंडलाइन यूजर का डाटा था.
अब जो डाटा ब्रीट हुआ है वह बीएसएनएल के टेलीकम्युनिकेशन ऑपरेशन, नेटवर्क डिटेल और परिचालन की तरीके को प्रभावित कर सकता है. गौड़ कहते हैं कि बीएसएनल को तुरंत इस मामले में जांच शुरू करनी चाहिए और इस सेंधमारी पर तुरंत काबू पाना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि बीएसएनएल को अपने सुरक्षा मानकों को बढ़ाने की जरूरत है.
FIRST PUBLISHED : June 26, 2024, 19:09 IST
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