World News: आखिर क्या है डोनाल्ड ट्रंप का 100 दिन का प्लान? जिसने उड़ाई जेलेंस्की की नींद – INA NEWS

रूस के राष्ट्रपति पुतिन के युद्धविराम से इनकार के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने नया प्लान बनाया है. युद्धविराम के लिए 100 दिन का वक्त दिया है, जिससे पुतिन को यूक्रेन विध्वंस का वक्त मिल गया है. इस दौरान जेलेंस्की ने नाटो देशों से बातचीत शुरू कर दी है, जिससे युद्धविराम को रोका जा सके. यानी ट्रंप के नए प्लान से यूरोप में कोहराम मच गया है. आखिर क्या है अमेरिकी प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप का 100 दिन का प्लान, जिससे जेलेंस्की की नींद उड़ गई है. इस एक्सक्लूसिव रिपोर्ट में समझिए.
पुतिन के आक्रोश को देखते हुए ट्रंप अपनी बात से पलट गए हैं. पहले वो तुरंत युद्धविराम की वकालत कर रहे थे लेकिन जब से पुतिन ने इनकार किया है, तब 100 दिन में युद्धविराम के ब्लूप्रिंट पर काम करने लगे. ट्रंप के 100 दिन के प्लान से यूक्रेन को बड़ा नुकसान हो सकता है. दक्षिणी-पूर्वी यूक्रेन पर रूस का संपूर्ण कब्जा हो सकता है.
पुतिन का प्लान
रूस ने भी हमले तेज कर दिए हैं. रूसी सैनिक तेजी से आगे बढ़ रहे हैं. गुड फ्राइडे से पहले ज्यादा से ज्यादा इलाका कब्जे में लेना चाहते हैं. इस दौरान पुतिन का प्लान है कि कुर्स्क भी यूक्रेनी सेना से खाली करा लिया जाए, जिससे रूस का एक भी हिस्सा यूक्रेन के पास ना रह जाए. इसलिए पुतिन की मदद के लिए पहले किम जोंग उन ने अपने सैनिक भेजे थे.
अब जिनपिंग के सैनिक भी कुर्स्क पहुंच गए हैं. जो फ्रंटलाइन पर तैनात हैं. नॉर्थ कोरिया के सैनिक थक चुके हैं. इसलिए चीनी सैनिक उन्हें रिप्लेस करके कमान संभाल रहे हैं. यानी रूस पूरी ताकत से यूक्रेनी सैनिकों पर हमला कर रहा है. ऐसे वीडियो भी सामने आ रहे हैं, जो युद्ध में चीन के सैनिकों की मौजूदगी को बता रहे हैं.
पेंटागन की उड़ी नींद
यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने एक वीडियो जारी किया है, जिससे पेंटागन की भी नींद उड़ गई है क्योंकि पहली बार युद्ध में पुतिन-जिनपिंग गठबंधन के सबूत मिले हैं. बताया जा रहा है कि चीन आगे और भी सैनिक भेजने जा रहा है. चीनी कमांडर ने कहा, सभी मेरे निर्देशों को ध्यान से सुनें. हैलो कॉमरेड, इतनी मेहनत के लिए आपका धन्यवाद. मुझे अपनी पहली जंग में इस्तेमाल करो. ऐसा करोगे तो तुम जरूर जीतोगे.
रूस के हमले की रफ्तार बढ़ चुकी है. नॉर्थ कोरिया के सैनिक कुर्स्क और सुमी तक ही हमले कर रहे हैं. जबकि चीनी सैनिकों को वैगनर लड़ाकों की तरह यूक्रेन के अंदर वाले इलाकों में भेज दिया गया है. बताया जा रहा है कि चीनी सैनिक कुर्स्क के अलावा सुमी. खारकीव, लुहांस्क, डोनेस्क, जेपोरिजिया और खेरसोन में तैनात किए गए हैं. वो फ्रंटलाइन पर लड़ रहे हैं, जिन्हें बैकअप रूसी सैनिक दे रहे हैं.
ट्रंप का प्लान और शर्त
पुतिन ने ये फैसला इसलिए भी लिया है कि नॉर्थ कोरिया के सैनिक ज्यादा संख्या में मारे जा रहे थे. इसलिए चीन के सैनिकों को तैनात किया गया. चीन के सैनिक गुरिल्ला पद्धति से भी हमला करेंगे. साथ ही उन्हें हर मौसम में युद्ध लड़ने की ट्रेनिंग भी मिली हुई है. यानी पुतिन तय कर चुके हैं कि अगर ट्रंप का पीस प्लान मानना भी पड़े तो रूस युद्ध में काफी आगे बढ़ चुका हो. यानी युद्धविराम करने से पहले पुतिन का मंसूबा करीब-करीब पूरा हो चुका हो.
खबर आ रही है कि ट्रंप ने पीस प्लान में जो शर्त रखी है, उसमें यूक्रेन को हारी हुई जमीन रूस को सौंपनी होगी. साथ ही रूस की जमीन से भी कब्जा छोड़ना होगा. साथ ही रूस पर नाटो के लगाए प्रतिबंध भी हटाए जाएंगे और ऐसा करने के लिए 100 दिन की समय सीमा रखी गई है, जिससे जेलेंस्की को शर्तों के आगे झुकना होगा. इसके लिए ट्रंप सीधे तौर पर जेलेंस्की से बात कर सकते हैं लेकिन अभी रूस का पूरा फोकस कुर्स्क पर है क्योंकि कुर्स्क से यूक्रेनी सैनिकों को हटाने के बाद ही पुतिन युद्धविराम पर तैयार हो सकते हैं.
तीन तरफ से घिरे यूक्रेनी सैनिक
कुर्स्क में रूस ने चक्रव्यूह रचकर यूक्रेनी सैनिकों की घेराबंदी कर ली है. कुर्स्क में तीन तरफ से यूक्रेनी सैनिक घिर चुके हैं. आगे बढ़ने का रास्ता ब्लॉक कर दिया है. कई इलाकों से यूक्रेनी सेना को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया है. रूस ने अब तक आधे से ज्यादा कुर्स्क वापस ले लिया है. कुर्स्क में रूस का स्पेशल ऑपरेशन जारी है.
उधर, क्रेमलिन ने विदेशी लड़ाकों को 1600 यूरो से 2400 यूरोप हर महीने सैलरी देगा, जो भारतीय रूपए में डेढ़ लाख रुपये से सवा दो लाख तक है. साथ ही रूस की नागरिकता भी मिल जाएगी. ऐसा दावा किया जा रहा है. कुराखोव में चीनी सैनिकों के साथ विदेशी लड़ाके भी शामिल हैं, जो तेजी से कीव की तरफ बढ़ रहे हैं.
पीछे हटे 50 हजार से ज्यादा सैनिक
रूस के हमलों से कुर्स्क से लेकर सूमी तक बल्कि डोनबास इलाकों में यूक्रेन के 50 हजार से ज्यादा सैनिक पीछे हट गए हैं. ये हमले विदेशी लड़ाकों ने किए हैं, रूस ने दावा किया है. हमने कुर्स्क में कई इलाकों को यूक्रेन से वापस ले लिया है. साथ ही डोनेस्क की नोवोसिल्का बस्ती पर भी कब्जा कर लिया है.
जबकि जेलेंस्की इससे रूस का प्रोपेगैंडा बता रहे हैं. साथ ही ट्रंप के 100 दिन में युद्धविराम के प्लान को भी झूठा करार दे रहे हैं. जेलेंस्की की तरफ से कहा गया है. युद्धविराम का कोई प्लान सामने नहीं आया है. हम पूरी ताकत से रूस पर हमले कर रहे हैं. कुर्स्क में हमारे सैनिक आगे बढ़ रहे हैं. सूमी-खारकीव में भी हमारी बढ़त बरकरार है, रूसी खेमे में हमारे हमलों से दहशत है.
ब्यूरो रिपोर्ट, टीवी9भारतवर्ष.
आखिर क्या है डोनाल्ड ट्रंप का 100 दिन का प्लान? जिसने उड़ाई जेलेंस्की की नींद
देश दुनियां की खबरें पाने के लिए ग्रुप से जुड़ें,
#INA #INA_NEWS #INANEWSAGENCY
Copyright Disclaimer :-Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing., educational or personal use tips the balance in favor of fair use.
Credit By :-This post was first published on https://www.tv9hindi.com/, we have published it via RSS feed courtesy of Source link,