देश- एक युवती कैसे बन गई नक्सली, जिस पर पुलिस ने रखा था 6 लाख का इनाम; महाराष्ट्र के सांजती की कहानी- #NA

इनामी नक्सली महिला गिरफ्तार

अपराध की दुनिया बहुत ही खतरों से भरी और डरावनी होती है. कुछ लोग अपनी गलत आदतों और धौंस जमाने की चाह में यहां प्रवेश करते हैं तो कुछ को जबरदस्ती ही खींच लाया जाता है. मध्य प्रदेश के चिचरंगपुर के जंगल से अलग-अलग राज्यों से कुल 14 लाख की इनामी नक्सली महिला साजंती को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि वो नक्सली नहीं बनना चाहती थी, लेकिन उसे जबरदस्ती इस दुनिया में लाया गया. नक्सल दलम में शामिल होने के पीछे अनेकों वजह होती हैं, लेकिन उसे जबरदस्ती साथ लेजाकर नक्सली दलम में शामिल किया गया. बालाघाट आईजी संजय सिंह ने इस बारे में जानकारी दी.

उन्होंने बताया कि साजंती से पूछताछ में यह बात सामने निकलकर आई कि उसके माता पिता नहीं हैं और ये दो बहनें और एक भाई हैं. साजंती तीनों भाई बहनों में सबसे बड़ी थी. साजंती नक्सली नहीं बनना चाहती थी, लेकिन नक्सलियों द्वारा इसे जबरदस्ती अपने साथ ले जाया गया और उससे वो सब कराया गया, जो वो नहीं करना चाहती थी.

2011 में ज्वाइन किया था CPIM

महाराष्ट्र राज्य गढ़चिरौली जिले की रहने वाली साजंती ने 2011 में नक्सलियों की सीपीआईएम पार्टी को ज्वाइन किया था और 2016 में इसे एमएमसी जोन भेजा गया. और तब से ये केबी डिविजन में काम कर रही थी. इस नक्सली महिला पर सिर्फ मध्यप्रदेश में ही 6 केस दर्ज हैं. इनमें से एक केस में तो यह मालखेड़ी में नक्सलियों के लिए मुखबिरी के शक में गांव के शख्स की हत्या की गई थी. उसमें यह भी शामिल थी. साजंती पर मध्यप्रदेश में 3, छत्तीसगढ़ में 5 और महाराष्ट्र में 6 लाख का इनाम घोषित था.

नक्सली मुठभेड़ में मारा गया था पति

साजंती का पति भी एक नक्सली था. पति गणेश नक्सली दलम में शामिल था और 2021 22 में जामशेरा वन चौकी में पुलिस नक्सलियों की मुठभेड़ हुई थी, जिसमें वो मारा गया था. बालाघाट आईजी संजय सिंह ने बताया कि साजंती की जो ट्रेनिंग हुई वह ठांडा एरिया में हुई और इसे ट्रेनिंग देने वाला नक्सली पहाड़ सिंह था और इसी पहाड़ सिंह की देख रेख में साजंती ने अपनी ट्रेनिंग पूरी की. जैसे ट्रेनिंग पूरी हुई उसके बाद साजंती को 2016 में केबी डिविजन में भेज दिया गया. तब से वो इस डिविजन में लगातार सक्रिय थी.

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