kiss करने से जा सकती है न्यूबॉर्न बेबी की जान, HSV1 इंफेक्शन कर देगा ब्रेन डैमेज #INA
Health: किसी भी छोटे बच्चे को देखकर लोग अक्सर प्यार से उसे चुमने लगते हैं, लेकिन ये बेहद खतरनाक है. इससे आपके बच्चे की जान तक जा सकती है. इसलिए आपको किसी को भी न्यूबॉर्न बेबी को किस नहीं करने देना चाहिए. इससे बच्चे को गंभीर बीमारियां हो सकती हैं. चौंका देने वाला ऐसा ही एक मामला विदेश में सामने आया है जिसमें एक स्वस्थ बच्ची को किस करने से वो बीमार पड़ गई. उस बच्ची का नाम ब्रीलिन है. सोशल मीडिया पर चल रहे वीडियो के मुताबिक जब ये पैदा हुई थी, तब एकदम स्वस्थ थी. आइए जानते हैं इसके बारे में.
कैसे फैला HSV1 इंफेक्शन
ऐसा बताया जा रहा है कि जब ये बच्ची दो दिन की थी, तब किसी ने इसके होंठों पर किस किया था. उस व्यक्ति को मुंह पर छाला हो रखा था और उससे ब्रीलिन को एचएसवी एंसेफलाइटिस इंफेक्शन (HSV1 )हो गया. चूंकि, उस समय ब्रीलिन का इम्यून सिस्टम पूरी तरह से विकसित नहीं हो पाया था, इसलिए इस वायरस ने उसके मस्तिष्क को चोट पहुंचाई जिससे पूरे शरीर में एंसेफलाइटिस फैल गया.
डैमेज हो गया बच्ची का ब्रेन
अक्सर लोगों को न्यूबॉर्न बेबी को किस करने से मना किया जाता है, लेकिन लाड-प्यार जताने के लिए फिर भी लोग बच्चे को किस करते हैं. खबरों की मानें तो इस बच्ची का वायरस की वजह से लेफ्ट तरफ का 60 पर्सेंट ब्रेन डैमेज हो चुका है. इसके राइट साइड का ब्रेन 10 पर्सेंट डैमेज हो चुका है.
इस वजह से नहीं करना चाहिए बेबी को किस
नवजात शिशुओं की त्वचा बहुत नाजुक होती है और वे आसानी से चकत्ते और संक्रमण का शिकार हो सकते हैं. अपोलो क्रैडल एंड चिल्ड्रेंस हॉस्पीटल में प्रकाशित एक लेख के अनुसार न्यूबॉर्न बेबी की रोग प्रतिरोधक क्षमता शुरुआत में पूरी तरह से विकसित नहीं हुई होती है, इसलिए उन्हें हर तरह से सुरक्षित रखना जरूरी होता है ताकि वे किसी भी रोगजनक, बैक्टीरिया या वायरस के संपर्क में न आएं. इसलिए इस बात का ध्यान रखना चाहिए.
दस साल से कम उम्र में खतरा
बच्चों को किस नहीं करना चाहिए. क्योंकि इससे उन्हें कई नुकसान हो सकते हैं. drnozebest की वेबसाइट के मुताबिक नवजात शिशु को किस करने से उन्हें मुंह, हाथ, पैरों और टांगों के आसपास अल्सर और रैशेज हो सकते हैं. दस साल से कम उम्र के बच्चों और शिशुाओं में इस तरह की परेशानी देखी गई है.
क्या है HSV1 वायरस
HSV1 वायरस, जो नवजात शिशु को चूमने से फफोले के रूप में फैलता है, न केवल बच्चे के मुंह के आसपास फफोले पैदा कर सकता है, बल्कि यह शरीर के अन्य हिस्सों, यहां तक कि उनके मस्तिष्क तक भी फैल सकता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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