देश – स्टॉर्म शैडो मिसाइल से क्या हो जाएगा रूस का काम तमाम? दागने को बेचैन है यूक्रेन; मगर रोक रहा अमेरिका – #INA
Storm Shadow Missile: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध में एक नया मोड़ आने की संभावना जताई जा रही है। यूक्रेन को पहले ही पश्चिमी देशों से स्टॉर्म शैडो मिसाइल की आपूर्ति की जा चुकी है, लेकिन इसके इस्तेमाल पर कुछ शर्तें लगी हुई हैं। यूक्रेन केवल अपनी सीमाओं के भीतर ही इस मिसाइल का उपयोग कर सकता है, लेकिन अब खबरें हैं कि जल्द ही अमेरिका और ब्रिटेन इस पर लगी पाबंदियां हटा सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो यूक्रेन रूस के अंदर इस मिसाइल गहरे घाव कर सकेगा।
क्या है स्टॉर्म शैडो मिसाइल की ताकत
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, स्टॉर्म शैडो मिसाइल एक क्रूज मिसाइल है जिसकी रेंज लगभग 250 किलोमीटर है। इसे हवाई जहाज से छोड़ा जाता है और यह तेज गति से निशाने पर पहुंचती है। इस मिसाइल में हाई-एक्सप्लोसिव वॉरहेड होता है, जो सशक्त बंकर और सुरक्षित हथियार डिपो को नष्ट करने में सक्षम है। यूक्रेन ने पहले ही इस मिसाइल का इस्तेमाल कर क्रिमिया के सिवास्तोपोल में रूस के ब्लैक सी फ्लीट मुख्यालय पर हमला किया था जिससे रूस की नौसेना के लिए यह क्षेत्र असुरक्षित हो गया।
रूस के अंदर हमला करने के लिए बेचैन ह यूक्रेन
यूक्रेन पिछले कुछ हफ्तों से इस बात की मांग कर रहा है कि उसे रूस के भीतर स्थित सैन्य ठिकानों पर हमला करने की अनुमति दी जाए। यूक्रेन का कहना है कि रूस उसकी सीमा के अंदर से लगातार हमले कर रहा है और अगर उसे स्टॉर्म शैडो मिसाइल से रूस के भीतर हमले करने की अनुमति दी जाए तो वह रूस की हमलावर क्षमता को कमजोर कर सकेगा।
पश्चिमी देशों की चिंता
अब तक अमेरिका और ब्रिटेन ने यूक्रेन की इस मांग को लेकर सावधानी बरती है। उनकी चिंता यह है कि अगर यूक्रेन रूस के अंदर हमले करता है, तो इससे संघर्ष और बढ़ सकता है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इस बात पर आक्रामक प्रतिक्रिया दे सकते हैं, जिससे युद्ध यूरोप के दूसरे हिस्सों तक फैल सकता है। विशेष रूप से नाटो के सदस्य देश जैसे पोलैंड रूस के हमलों का निशाना बन सकते हैं जो कि वैश्विक युद्ध का रूप ले सकता है।
क्या स्टॉर्म शैडो युद्ध का पासा पलटेगी?
हालांकि, अगर यूक्रेन को स्टॉर्म शैडो का रूस के अंदर इस्तेमाल करने की अनुमति मिलती है तो यह रूस के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकता है। हालांकि, विशेषज्ञ मानते हैं कि इससे युद्ध की दिशा पूरी तरह से बदलने की संभावना कम है। रूस ने पहले ही अपनी वायुसेना और सैन्य ठिकानों को यूक्रेन की सीमा से दूर सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया है, ताकि वे इस मिसाइल की सीमा से बाहर रहें। सैन्य विश्लेषकों का मानना है कि यह मिसाइल यूक्रेन को एक महत्वपूर्ण बढ़त दिला सकती है, लेकिन यह युद्ध के अंत का समाधान नहीं है।
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