देश- कोलकाता में कब खत्म होगा डॉक्टर्स का प्रदर्शन, मुख्य सचिव से मुलाकात के बाद क्या निकला?- #NA

जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल जारी है

कोलकाता में आरजी कर मेडिकल एंड हॉस्पिटल में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल जारी है. कल यानी 18 सितंबर को जूनियर डॉक्टरों और मुख्य सचिव मनोज पंत के बीच राज्य सचिवालय नबान्न में एक बैठक हुई. बैठक के बाद, डॉक्टरों ने आरोप लगाया कि मुख्य सचिव ने सभी मुद्दों पर सहमति जताई, लेकिन जब मीटिंग के वितरण की मांग की गई, तो उनकी कई मांगों का कोई जिक्र नहीं था. जब इस बारे में पूछा गया, तो मुख्य सचिव ने कहा कि आप हमें मेल करिए.

डॉक्टरों ने कहा कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाएंगी, वे अपना धरना प्रदर्शन जारी रखेंगे. मीटिंग से बाहर निकले एक डॉक्टर ने पत्रकारों से कहा, हम सचिव सर से बात करने आए थे. मीटिंग के दौरान वह हमारी सभी डिमांड से सहमत थे, लेकिन वितरण में कई बातें शामिल नहीं थीं. हमने अपनी मांगों में सभी के लिए लिखा था नर्सों, स्वास्थ्य कर्मचारियों और मरीजों के लिए ताकि एक ऐसी व्यवस्था बने जिससे मरीजों को कोई असुविधा न हो. लेकिन उन्होंने हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दिया. हमारी मुख्य मांग, धमकी कल्चर, पर भी उन्होंने कुछ लिखने से मना कर दिया और कहा कि हमें मेल करना होगा. अगर मेल ही करना था, तो मीटिंग में आने का क्या फायदा? मीटिंग में जो हमें लिखित में मिलना चाहिए था, वह हमें नहीं मिला. शायद उन्होंने इसलिए लिखित रूप से नहीं दिया क्योंकि उन्हें अपने से ऊपर जवाब देना पड़ता है. इसलिए, हमने उनके मिनट्स पर साइन नहीं किए हैं. हम अपनी मांगें दे के आए हैं. उन्होंने कहा है कि वे दिशानिर्देश निकालेंगे. दिशानिर्देश निकलने तक हम अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे. लिखित में आश्वासन नहीं मिलने से हम निराश हैं.

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सरकार ने कई मांगें मान ली हैं

इससे पहले कोलकाता रेप केस मामले में ममता बनर्जी की सरकार की ओर से, डॉक्टरों की मांग पर कई कदम उठाये गये हैं. कोलकाता के पुलिस आयुक्त सहित आला मेडिकल अधिकारियों का तबादला कर दिया गया है. डाक्टरों से मुलाकात के बाद ममता बनर्जी ने कहा था कि हमने जूनियर डॉक्टर्स की मांग मानते हुए CP को बदलने का फैसला किया है. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग में 3 अधिकारियों को हटाने की मांग की थी, जिनमें से हमने 2 अधिकारियों को हटाने की बात मान ली है. हमने उनकी 99 प्रतिशत मांगें मान ली हैं.

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