Dhruv Helicopter… भारत की शान, जिसका लोहा मान चुके हैं 35 देश! भारतीय सेना ने लद्दाख में दिखाई ताकत #INA

Dhruv Helicopter: भारतीय सेना के जवानों ने लद्दाख में स्वदेशी एएलएच ध्रुव हेलीकॉप्टरों की ताकत दिखाई है. जवानों ने लद्दाख के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ध्रुव हेलीकॉप्टरों के साथ नाइट ऑपरेशन को अंजाम दिया. इस तरह जवानों ने एक बार फिर दुनिया को उस ‘वायुवीर’ की क्षमता दिखाई है, जो करीब 24 वर्षों से भारत की सेना में शामिल हैं. ध्रुव हेलीकॉप्टर भारत की शान है, जिसका लोहा दुनिया के 35 देश मान चुके हैं. आइए देश में बने इस ‘वर्ल्ड क्लास’ हेलीकॉप्टर की खूबियों के बारे में जानते हैं. 

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दुनिया का सबसे खतरनाक हेलीकॉप्टर!

ध्रुव हेलीकॉप्टर देश में बना दुनिया के सबसे खतरनाक हेलीकॉप्टर्स में शुमार है. इस हेलीकॉप्टर ने अपना दम दुनियाभर में दिखाया है, दुश्मन भी इसके डर के मारे कांपने लगते हैं. ये हेलीकॉप्टर ना सिर्फ देश की रक्षा के लिए प्रथम प्रहरी के तौर पर तैनात रहता है बल्कि मुश्किल हालात में फंसे लोगों के लिए हमेशा ही संकट मोचक साबित हुआ है. जब भारतीय सेना के जवानों ने इसे लद्दाख के चुनौतीपूर्ण इलाकों और तेज-ठंडी हवाओं के बीच रात में उड़ाया तो तमाम बाधाओं को पार करते हुए ध्रुव हेलीकॉप्टर ने सफलतापूर्वक ऑपरेशन को अंजाम दिया. 

आसमान में सबसे तेज है ध्रुव हेलीकॉप्टर

ध्रुव हेलीकॉप्टर आसमान के सबसे तेज तर्रार प्रहरी से लेकर रेगिस्तान में अपनी बादशाहत को साबित किया है. जबरदस्त खूबियों के चलते यह सेना का सबसे भरोसेमंद हेलीकॉप्टर है. ध्रुव हेलीकॉप्टर को हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने बनाया है. इसको पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक का इस्तेमाल करते हुए तैयार किया गया है. ध्रुव हेलीकॉप्टर एक एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर है, जिसमें दो टर्बो इंजन लगे हैं. यही वजह है कि ध्रुव हेलीकॉप्टर को मल्टी रोल और मल्टी मिशन को अंजाम देने में महारत हासिल है. इसकी अन्य खूबियां भी हैरान कर देने वाली हैं.

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ध्रुव हेलीकॉप्टर की खूबियां (LAH Dhruv Helicopters Features)

  • ध्रुव हेलीकॉप्टर इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर और एंटी सबमरीन वॉरफेयर में दुश्मनों के छक्के छुड़ाने की काबिलियत रखते हैं.

  • हर मौसम में ऑपरेशन को अंजाम देने वाला ये हेलीकॉप्टर मिलिट्री के साथ-साथ सिविल ऑपरेशंस में भी भरोसे पर खरा उतरा है.

  • 2001 में ALH ध्रुव को मिलिट्री ऑपरेशन के लिए मंजूरी मिली. वहीं, 2003 में इसको सिविल ऑपरेशन के लिए हरी झंडी दिखाई गई. 

  • ALH ध्रुव हेलीकॉप्टर समंदर, हाई एल्टीट्यूड, रेगिस्तान और खराब मौसम में भी ऑपरेट किया जा सकता है.

35 देशों ने माना ध्रुव हेलीकॉप्टर का लोहा

ध्रुव हेलीकॉप्टर का लोहा लैटिन अमेरिका से लेकर अफ्रीका, पश्चिम और दक्षिण पूर्व एशिया के करीब 35 देशों ने माना है. इसकी वजह है कि इसे थल सेना, नौसेना, वायु सेना, कोस्टगार्ड, सिविल ऑपरेशन, पुलिस ऑपरेशन, राहत और बचाव से लेकर निजी इस्तेमाल किया जा सकता है. ध्रुव का वजन ढाई हजार किलो है और यह 5500 उड़ान वजन के साथ उड़ान भरने में सक्षम है, जो इसे अपने क्लास के दुनिया भर के हेलीकॉप्टर से बेहतर बनाता है. 

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