दूषित पानी पीने से इस राज्य के दो गांवों में मचा हाहाकार, 1,000 से ज्यादा लोग हुए बीमार #INA
Karnataka News: दूषित पानी पीने से कई बार लोग बीमार हो जाते हैं और कई बार उनकी जान तक चली जाती है. ऐसी ही एक खबर कर्नाटक से सामने आई है. जहां दो गांवों में दूषित पानी पीने से 1000 से ज्यादा लोग बीमार हो गए हैं. शुक्रवार को अधिकारियों ने इस बारे में जानकारी दी. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि उडुपी जिले के उप्पुंडा में एक हजार से अधिक लोग ओवरहेड पानी की टंकी से दूषित पानी पीने के बाद बीमार पड़ गए है.
किसी की हालत गंभीर नहीं- स्वास्थ्य अधिकारी
इसी के साथ एक अधिकारी ने कहा कि, “दूषित पानी पीकर बीमार हुए लोगों में से किसी की भी हालत गंभीर नहीं है. उनमें से ज्यादातर स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र से दवा लेने के बाद ठीक हो गए हैं.” अधिकारी के मुताबिक, प्रभावित लोगों में ज्यादातर बिंदूर तालुक के उप्पुंडा ग्राम पंचायत के कार्की कल्ली और मदिकल वार्ड के रहने वाले हैं. उन्होंने बताया कि दूषित पानी पीने से उन्हें उल्टियां हुई और दस्त होने लगे.
ये भी पढ़ें: 2025 में S-400 की 2 यूनिट सौंपेगा रूस, एयरफोर्स चीफ के खुलासे से टेंशन में क्यों चीन?
कासी नदी से आता है पानी
एक अधिकारी ने बताया कि, “कई घरों में परिवार के लोगों में एक जैसी ही लक्षण नजर आए. कई घरों में कासी नदी में ओवरहेड वॉटर टैंक से पानी आता है और लोग यही पानी पीते हैं. इस पानी पीने से तीन से चार लोगों के बीमार होने की खबर मिली.” उडुपी जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आईपी गदाध ने कहा कि दोनों वार्डों में आपूर्ति किए गए पानी में “जलजनित रोगज़नक़ साल्मोनेला बेसिलरी” पाया गया है.
ये भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़, 30 नक्सली ढेर, भारी मात्रा में हथियार बरामद
तीन दिनों से नहीं आ रहा था पानी
जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि, हमें 30 सितंबर को एक ही जल स्रोत का पानी पीने वाले दोनों गांवों और आसपास के गांवों के लोगों के बारे में सूचना मिली थी. उसके बाद इस स्थिति की जांच करने के लिए एक टीम को गांवों में भेजा गया. इनमें से 56 लोगों में हानिकारक बैक्टीरिया वाला पानी पीने की जानकारी सामने आई. उन्होंने कहा कि उन्हें अब तक 150 ऐसा मामले देखने को मिले हैं. जानकारी के मुताबिक, इस घटना से पहले तीन दिनों तक इस इलाके में पानी की आपूर्ति नहीं हुई. लेकिन जब उसके बाद पानी आया तो ये पानी काफी गंदा था. जिन लोगों ने इस पानी को पीने से पहले फिल्टर किया या उबाला, उनमें कोई लक्षण नहीं पाए गए.
ये भी पढ़ें: ‘भारत दुनिया की सबसे तेज बढ़ती मुख्य अर्थव्यवस्था’, कौटिल्य इकॉनोमिक कॉन्क्लेव में बोले PM मोदी
रोकी गई कासी नदी से पानी की आपूर्ति
जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आईपी गदाध के मुताबिक, फिलहाल गंदे पानी की आपूर्ति के कारणों की जांच की जा रही है. वहीं स्थानीय लोगों ने पानी के दूषित होने के लिए पानी की टंकी के खराब रखरखाव को जिम्मेदार बताया है. वहीं कासी नदी ओवरहेड टैंक से पानी की आपूर्ति को रोक दिया गया है.
#INA #INA_NEWS #INANEWSAGENCY
डिस्क्लेमरः यह न्यूज़स्टेट डॉट कॉम न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ आई एन ए टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज़स्टेट डॉट कॉम की ही होगी.