देश- Maharashtra Election: महाविकास अघाड़ी में कहां उलझा है सीट बंटवारे का पेंच, कब साफ होगी तस्वीर?- #NA

महाविकास अघाड़ी के दलों के नेता.

महाराष्ट्र में एक तरफ महायुति (बीजेपी, शिवसेना ‘शिंदे गुट’और एनसीपी ‘अजित गुट’) ने तालमेल करके सीटों तक ऐलान शुरू दिया है. दूसरी तरफ महाविकास अघाड़ी (कांग्रेस, शिवसेना ‘उद्धव गुट’ और एनसीपी ‘शरद गुट’) के बीच सीट बंटवारा अब तक उलझा हुआ है. सूत्रों के मुताबिक, महाविकास अघाड़ी में एनसीपी की सीटों को लेकर ज्यादा विवाद नहीं है लेकिन शिवसेना और कांग्रेस के बीच 16-18 सीटों के बीच गहरा विवाद है.

दरअसल, शिवसेना (उद्धव गुट) विदर्भ इलाके की 12 से 14 सीटें मांग रही है. उसके मुताबिक, इन सीटों पर पिछले कुछ चुनावों में कांग्रेस लगातार बीजेपी से हारती आई है. वहीं, कांग्रेस का कहना है कि विदर्भ उसका गढ़ रहा है. आज वो वहां फिर मजबूत हो चुकी है. एक पेंच समाजवादी पार्टी को लेकर भी फंसा है.

2 विधायकों वाली सपा 12 सीटों की मांग कर रही

महाविकास अघाड़ी में 2 विधायकों वाली सपा 12 सीटों की मांग कर रही है. जबकि उसे 5-6 सीटों देने पर ही विचार बना है. ये महाराष्ट्र का ही विवाद है, जिसके चलते यूपी का भी पेंच सपा कांग्रेस के बीच अब तक फंसा है.ऐसे में पूरे मामले पर पार्टी अध्यक्ष नाना पटोले ने आलाकमान को सूचित किया.

इसके बाद ये तय हुआ कि सीईसी की बैठक में वही नाम तय हों, जिन सीटों पर अघाड़ी में कोई विवाद नहीं है. इसके बाद कल मुंबई में तीनों दलों की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस हो और तीनों दलों में जो सहमति बन गई है, उसका ऐलान कर दिया जाए. इससे पहले आलाकमान से मुलाकात के बाद आज रात सीईसी के बाद कांग्रेस नेता सहयोगी दलों से बची विवादित सीटों पर और चर्चा करेंगे. जो भी फाइनल हो जाएगा, उसका कल साझा पीसी कर ऐलान किया जाएगा.

लोकसभा चुनाव में भी आखिरी वक्त तक चली थी रस्साकशी

आज रात की बैठक के बाद भी अगर कुछ सीटों पर विवाद बना रहेगा तो उस पर आगे चर्चा जारी रहेगी. दरअसल, महाविकास अघाड़ी में गठबंधन तो होना है. भले ही कुछ देरी हो रही है. ये संदेश देने के लिए ये रणनीति तैयार की गई है. गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में भी ये रस्साकशी आखिरी वक्त तक चली. फिर भी सांगली सीट जब शिवसेना उद्धव छोड़ने को तैयार नहीं हुई. फिर कांग्रेस ने अपने बागी को वहां उतारा और पूरी कांग्रेस इकाई ने खुलकर उसका समर्थन करके उसे जिताया.

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