देश- इटावा: 102 करोड़ तक पहुंचा कॉपरेटिव बैंक का घोटाला, स्पेशल ऑडिट के बाद दो डीजीएम निलंबित- #NA

उत्तर प्रदेश सहकारिता विभाग के आयुक्त बी एन सिंह ने अपने पत्र में यह जानकारी दी है कि, इटावा जिला सहकारी बैंक में हुए घोटाले को लेकर सहकारिता विभाग की ओर से मित्तल निर्भय सिंह एंड कंपनी की ओर से स्पेशल ऑडिट कराया गया था. जिसकी रिपोर्ट 21 अक्टूबर को सामने आई है. इस रिपोर्ट में इटावा जिला सहकारी बैंक में एक अरब दो करोड़ 52 लाख 85 हजार 727 रुपए का घोटाला होना स्पष्ट किया गया है. यह घोटाला 1 अप्रैल 2016 से 2 सितंबर 2023 तक विभिन्न स्तर से किया गया है.

इस बैंक घोटाले की जानकारी होने के बाद भी छुपाने के मामले में जिला सहकारी बैंक इटावा के तत्कालीन डीजीएम कुलदीप सिंह, जोकि वर्तमान में झांसी जिले में तैनात हैं और वर्तमान डीजीएम दीपक गुप्ता को जांच के बाद तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. सिंह ने बताया कि जिला सहकारी बैंक की मुख्य शाखा में हुए घोटाले का मुकदमा इटावा की कोतवाली थाने में इसी साल 16 जुलाई को दर्ज कराया गया था. जिसमें जांच अधिकारी राजीव त्रिपाठी और उमेश यादव की ओर से 25 करोड़ रुपए के घोटाले का जिक्र किया गया था.

बैंक कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज

इस सिलसिले में वरिष्ठ शाखा प्रबंधक अखिलेश चतुर्वेदी समेत 10 बैंक कर्मियों को घोटाले के लिए जिम्मेदार मानते हुए कई संगीन धाराओं में नामित किया गया था. पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए वरिष्ठ शाखा प्रबंधक अतुल प्रताप सिंह और कैशियर नफिसुल जैदी को तत्काल प्रभाव से गिरफ्तार कर लिया.

स्पेशल ऑडिट में हुआ खुलासा

बैंक घोटाले के मुख्य आरोपी वरिष्ठ शाखा प्रबंधक अखिलेश चतुर्वेदी को राजस्थान के भारत पर स्थित राज पैलेस से 25 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था. इसके अलावा अखिलेश चतुर्वेदी के माता-पिता, एक ज्वैलर्स और एक पूर्व प्रधान समेत 13 लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेजा जा चुका है. डीजीएम कुलदीप सिंह इटावा जिला सहकारी बैंक में 9 साल 6 माह तैनात रहे. कुलदीप सिंह का पहला कार्यकाल 2 अगस्त 2011 से 28 अगस्त 2017 तक रहा, जबकि दूसरा कार्यकाल 10 मार्च 2019 से 2 सितंबर 2022 तक रहा. वर्तमान में कुलदीप सिंह झांसी में डीजीएम के पद पर तैनात थे.

इटावा में 25 करोड रुपए के जिला सहकारी बैंक के घोटाले के मुख्य आरोपी के करीब 10 करोड़ रुपए के होटल को जिला प्रशासन ने कुर्क कर लिया है. कुर्की की इस कार्यवाही के बाद अब इस होटल की क्रय-विक्रय की कोई भी प्रकिया नहीं की जा सकती है.

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