देश- बिहार के किशनगंज में रहस्यमय बीमारी से 3 बच्चों की मौत, एक गंभीर; गांव में दहशत- #NA
कटहलबाड़ी गांव में कैंप करती स्वास्थ्य विभाग की टीम.
बिहार के किशनगंज जिले के दिघलबैंक प्रखंड के कटहलबाड़ी गांव में रहस्यमय बीमारी से दहशत का माहौल है. अब तक इस बीमारी से तीन बच्चों की मौत हो गई है. वहीं एक बच्चा कोमा में चला गया है. घटना की गंभीरता को देखते हुए किशनगंज के जिलाधिकारी विशाल राज ने स्वास्थ्य अधिकारियों की टीम के साथ गांव का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया. उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि वे धबराएं नहीं और किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें.
वहीं जिला स्वास्थ्य समिति और प्रशासन ने तुरंत स्वास्थ्य कैंप का आयोजन किया. साथ ही मृत बच्चों के सैंपल लेकर जांच के लिए पटना भेजा. स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि सैंपल की विस्तृत जांच के बाद ही मौत के वास्तविक कारणों का पता चल सकेगा. फिलहाल मौत का कारण स्पष्ट नहीं है, लेकिन संक्रामक रोग या अन्य संभावित कारणों पर जांच की जा रही है. प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम विगत दो दिनों से गांव में मौजूद है और सभी बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है. लोग इसे जादू-टोना बता रहे हैं.
चौथे बच्चे की हालत बिगड़ी, डॉक्टरों ने किया रेफर
सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि एक ही परिवार के 3 बच्चों की मौत हुई है. वहीं चौथे बच्चे को मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया, लेकिन डर के माहौल में परिजन बच्चे को घर लेकर चले आए. घर पहुंचते ही फिर बच्चे की हालत बिगड़ गई. जांच के दौरान बच्चे की स्थिति ठीक नहीं पाई गई, जिसके बाद डॉक्टरों की टीम ने उसे बेहतर उपचार के लिए एंबुलेंस से आईजीएमएस (IGIMS) रेफर कर दिया. स्वास्थ्य अधिकारियों ने परिवार से आग्रह किया है कि बच्चे की स्थिति पर विशेष ध्यान दें और तुरंत इलाज कराएं.
‘ग्रामीण शांत रहें, स्थिति नियंत्रण में है’- जिलाधिकारी
जिलाधिकारी विशाल राज ने ग्रामीणों से आग्रह किया कि वे किसी प्रकार की अफवाहों से बचें और स्थिति को शांतिपूर्ण बनाए रखें. उन्होंने कहा कि प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग स्थिति पर पूरी नजर रखे हुए है और किसी को भी पैनिक होने की जरूरत नहीं है. विशेष रूप से उन्होंने अभिभावकों से बच्चों की देखभाल करने, साफ-सफाई बनाए रखने और खान-पान में सावधानी बरतने का आग्रह किया.
स्वास्थ्य विभाग को सतर्कता और मदद के निर्देश
सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम ने स्थानीय लोगों को स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति सतर्क रहने की सलाह दी है. उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी बच्चे की तबीयत खराब होती है तो तुरंत निकटतम स्वास्थ्य केंद्र या सदर अस्पताल में संपर्क करें. गांव में दो दिनों से कैंप कर रही मेडिकल टीम ने सभी बच्चों का चेकअप किया है और परिवारों को किसी भी स्वास्थ्य समस्या के संकेत को नजरअंदाज न करने की सलाह दी है.
स्थिति पर जिला प्रशासन की कड़ी निगरानी
सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने गांव में अतिरिक्त सतर्कता बरती है. लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. जिला प्रशासन ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया है कि मौत के कारणों की गहन जांच की जा रही है और जल्द ही स्थिति को लेकर आवश्यक कदम उठाए जाएंगे, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके. बता दें कि इससे पूर्व भी कुलीकोट थाना क्षेत्र के चमकीया भीट्टा गांव में रहस्यमय बीमारी से एक ही परिवार की दो बच्चियों की मौत हो गई थी. बच्चों को गले में दर्द होता था. फिर गले में जकड़न हो जाता था. उसके बाद मौत हो जाती थी.
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