देश – भारत-नेपाल बार्डर के रास्ते हो रही थी करोड़ों की चरस की तस्करी, खपाने से पहले ही पकड़ा गया नेपाली नागरिक #INA

भारत-नेपाल बॉर्डर पर 4 करोड़ की चरस बरामद हुई है. एसएसबी 47 बटालियन की टीम ने कार्रवाई करते हुए एक नेपाली नागरिक को हिरासत में लिया है. मामला बिहार स्थित क्सौल थाना क्षेत्र का है, जहां से 12 किलो 150 ग्राम नेपाली मादक पदार्थ चरस बरामद हुई है. गिरफ्तार तस्कर नेपाल के बारा जिला के कलैया थाना क्षेत्र का रहने वाला फुलमान मियां है. वही जब्त की गई नेपाली मादक पदार्थ चरस की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार के अनुसार 4 करोड़ बताई जा रही है. पुलिस गिरफ्तार तस्कर से पूछताछ में जुटी है.

टीम बनाकर हुई छापेमारी

सूचना के अनुसार नेपाली मादक पदार्थ चरस की सूचना पर मोतिहारी पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने एक आदेश जारी किया. इसके तहत रक्सौल अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी धीरज कुमार के नेर्तृत्व में रक्सौल थाना के साथ एसएसबी 47 बटालियन की एक टीम बनाकर छापेमारी की गई. इसके बाद रक्सौल थाना क्षेत्र के बाईपास लक्ष्मीपुर पावर ग्रिड के पास घेराबंदी कर चेकिंग अभियान चलाया गया, जिसमें एक नेपाल निवासी फुलमान मियां के पास से 12 किलो 150 ग्राम नेपाली मादक पदार्थ चरस जब्त कर गिरफ्तार किया. 

बड़े पैमाने पर होती है तस्करी

इसके अलावा चरस जब्ती के साथ नेपाल के नागरिक को गिरफ्तार कर पुलिस थाने लाया गया और चरस तस्कर से पूछताछ की. आरोपी से पुलिस के सामने रक्सौल में चरस बेचने की बात का पता चला है. बता दें कि नेपाल से सटे होने के कारण मोतिहारी जिले में चरस की तस्करी बड़े पैमाने पर होती है, नेपाली तस्कर इसी रास्ते से होकर गांजा या चरस देश के दूसरे शहरों और बिहार के अन्य जिलों में पहुंचाते हैं. इससे पहले 26 सितंबर को भारी मात्रा में गांजा जब्त करने के साथ ही चार नशा तस्कर पुलिस के हत्थे चढ़ गए थे. 

बता दें कि,जब्त हुई 6 किलो 110 ग्राम गांजे की कीमत करीब दो करोड़ रुपये आंकी गई थी. इस खेप को दिल्ली-हरियाणा भेजा जाना थी. वहां ‘बुआजी’ नाम की महिला को इसकी डिलीवरी होनी थी, लेकिन उससे पहले ही सुगौली रेलवे स्टेशन पर दो तस्करों को पकड़ लिया गया. 


#INA #INA_NEWS #INANEWSAGENCY
डिस्क्लेमरः यह न्यूज़स्टेट डॉट कॉम न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ आई एन ए टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज़स्टेट डॉट कॉम की ही होगी.

Back to top button