अहम समझौतों के बाद मालदीव के राष्ट्रपति ने की भारत की तारीफ
नई दिल्ली। भारत दौरे पर आए मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की मौजूदगी में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए दोनों देशों ने कई अहम समझौते किए हैं। मालदीव के राष्ट्रपति साफ कर दिया है कि मालदीव कभी भी ऐसा कुछ नहीं करेगा, जिससे भारत की सुरक्षा को नुकसान पहुंचे।
भारत और मालदीव ने सोमवार को 400 मिलियन अमेरिकी डॉलर के मुद्रा विनिमय समझौते पर हस्ताक्षर किए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मालदीव के राष्ट्रपति ने मालदीव में रुपे कार्ड लॉन्च करने के साथ हनीमाधू अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर नए रनवे का उद्घाटन किया। इसके अलावा भारत के सहयोग से बनाये गए 700 से अधिक सोशल हाउसिंग यूनिट्स मालदीव को सौंपे गए।
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा हमारी नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी और सागर विजन में मालदीव का महत्वपूर्ण स्थान है। हमने रक्षा और सुरक्षा सहयोग के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की। भारत, मालदीव ने अड्डू में भारतीय वाणिज्य दूतावास और बेंगलुरु में मालदीव वाणिज्य दूतावास खोलने पर चर्चा की। इसके अलावा हार्बर प्रोजेक्ट पर काम तेजी से चल रहा है। इंडियन ओसियन रीजन में स्थिरता और समृद्धि के लिए हम मिलकर काम करेंगे। कोलंबो सिक्योरिटी कॉन्क्लेव में फाउंडिंग मेंबर के रूप में जुड़ने के लिए मालदीव का स्वागत है।
वहीं, मालदीव के राष्ट्रपति ने कहा कि हम एक व्यापक विजन दस्तावेज पर सहमत हुए हैं, जो हमारे द्विपक्षीय संबंधों की दिशा तय करेगा। उन्होंने भारत की ओर से किए जा रहे सहयोग की प्रशंसा करते हुए कहा कि मैं वर्षों से मालदीव को दी गई उदार सहायता और सहयोग के लिए प्रधानमंत्री मोदी, भारत सरकार और भारत के लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं।
मालदीव हिंद महासागर क्षेत्र में भारत का प्रमुख समुद्री पड़ोसी है और प्रधानमंत्री के ‘सागर’ और भारत की ‘पड़ोसी प्रथम नीति’ के दृष्टिकोण में एक विशेष स्थान रखता है। बता दें कि मालदीव के 28 आइलैंड्स पर पानी और सीवरेज प्रोजेक्ट्स पूरे किये गए हैं। छह अन्य आइलैंड्स पर भी शीघ्र काम पूरा किया जायेगा। ये प्रोजेक्ट्स तीस हजार लोगों को साफ़ पानी की सप्लाई सुनिश्चित करेंगे।
(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)