खबर मध्यप्रदेश – MP: गया से मिट्टी लाए, कैदियों से कराया तर्पण… ऐसे हुआ जेल में श्राद्ध – INA
मध्य प्रदेश: जाने अनजाने किए गए अपराध के कारण जेल पहुंचे कैदियों को प्रायश्चित के साथ अच्छे कार्य करने का मौका मिले. इसके लिए उज्जैन की केंद्रीय भैरवगढ़ जेल पर विभिन्न प्रकार के आयोजन होते रहते हैं लेकिन श्राद्ध पक्ष के दौरान जेल में एक अनोखा प्रयोग हुआ है. इसमें कैदियों के पितृ अतृप्त ना रह जाए, इसीलिए केंद्रीय जेल भेरवगढ़ पर तर्पण श्राद्ध का कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में 147 कैदियों ने अपने पितरों के निमित्त पूजन अर्चन कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया.
केंद्रीय जेल भैरवगढ़ के अधीक्षक मनोज साहू ने बताया कि जेल में सजा काट रहे कैदी अपने पितरों को श्रद्धा के साथ पुष्प अर्पित कर उनका निमित्त श्राद्ध करें. इसी उद्देश्य से जेल में तर्पण और श्राद्ध का आयोजन किया गया था, जिसमें कुल 148 कैदियों ने पूर्वजों की आत्म शांति के लिए तर्पण किया. इन कैदियों में 109 पुरुष और 38 महिलाएं शामिल थी. केंद्रीय जेल कैदियों ने तर्पण व श्राद्ध का कार्यक्रम आयोजित करने वाले पंडित श्याम पंचोली ने बताया कि पूर्वजों की प्रेत योनि से निवृत्ति के लिए इस प्रकार का आयोजन किया गया था, जिसमें भैरवगढ़ जेल के कैदी सम्मिलित हुए.
श्राद्ध के लिए गया से लाई गई मिट्टी
पंडित श्याम पंचोली ने कहा कि जेल के सभागृह में गया तीर्थ से लाई गई मिट्टी व जल रखने के साथ ही यहां कुछ ऐसे फोटो लगाए गए थे जिससे कि कैदियों के मन में ऐसे भाव आए जैसे वह गया तीर्थ पर बैठकर ही पितरों के निमित्त श्राद्ध कर रहे हैं. आज किए गए श्राद्ध व तर्पण से कैदी काफी खुश नजर आए उनका साफ तौर पर कहना था कि जेल अधीक्षक ने उनकी धार्मिक भावना का भी ध्यान रखा है, जिससे की अपने पितरों के निमित्त पूजन अर्चन कर पाए.
कैदियों ने अपराध से मांगी क्षमा
आज अपने पूर्वजों का तर्पण करने के बाद कैदियों की आंखों में आंसू आ गए. जाने-अनजाने में उनसे जो हमसे पाप हुए थे इसके लिए उन्होंने पिंडदान व तर्पण के माध्यम से अपने पूर्वजों से क्षमा याचना की और कुछ कैदी तो यह भी कहते नजर आए की, हमने अपने अपराध का प्रायश्चित कर लिया है, अब हम कभी भी जेल आना नहीं चाहते. कैदियों ने पितरों का पूजन करके उनकी आत्मा की शांति की प्रार्थना भी की.
तर्पण से संबंधित सभी सामग्री उपलब्ध कराई
आज केंद्रीय जेल भैरवगढ़ पर बकायदा कैदियों के द्वारा पूरी श्रद्धा के साथ अपने पितरों को याद कर उनके नाम पर तर्पण किया गया. इस दौरान केंद्रीय जेल अधीक्षक ने तर्पण के कार्यक्रम में जो भी पूजन सामग्री लगती है, वह सभी कैदियों को उपलब्ध करवाई. कैदियों ने कहा कि सेंट्रल जेल अधीक्षक ने उनकी भावनाओं का ध्यान रखा वह काफी सराहनीय है.
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