खबर मध्यप्रदेश – ग्वालियर: ‘मेरा भाई मौत का जिम्मेदार’… घर में एक साथ पड़े मिले पति-पत्नी और बेटे के शव, सुसाइड या मर्डर? – INA
मध्य प्रदेश के ग्वालियर से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां पर नगर निगम और पीडब्ल्यूडी के एक बड़े सरकारी कॉन्ट्रैक्टर, उनके बेटे और पत्नी का लहूलुहान शव घर पर ही मिला है. तीनों की गोली लगने से मौत हुई है और तीनों के शव मकान की पहली मंजिल पर कमरे में पड़े मिले हैं. घटना शहर के बहोड़ापुर थाना क्षेत्र के 12 बीघा इलाके की है. मौके पर पहुंची पुलिस और फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीम ने जांच-पड़ताल की है. प्रारंभिक जांच-पड़ताल में माना जा रहा है कि ठेकेदार ने पहले अपनी पत्नी और बेटे को गोली मारी है और बाद में खुद अपने आपको गोली मारकर सुसाइड कर लिया है.
शहर के बहोड़ापुर थाना क्षेत्र की 12 बीघा कॉलोनी में एक ही घर से एक ही परिवार के तीन लोगों के शव मिले. सूचना मिलने पर पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच-पड़ताल की. तीनों की मौत गोली लगने से हुई, क्योंकि मौके से चले हुए कारतूस और छत पर लगी एक गोली का सुराग भी पुलिस को मिला. मरने वालों में शहर के बड़े सरकारी ठेकेदार नरेंद्र सिंह चौहान, उनकी पत्नी सीमा चौहान और उनके बेटे आदित्य चौहान शामिल हैं.
ठेकेदार के परिजनों से पूछताछ में जुटी पुलिस
प्रारंभिक जांच-पड़ताल में मृतक ठेकेदार की पत्नी के एक हाथ की हथेली पर सुसाइड नोट भी लिखा पाया गया है. हथेली पर लिखा है कि “मेरा भाई हमारी मौत का जिम्मेदार है और मेरी सरकार से अपील है कि उसे कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाए”. पुलिस को आशंका है कि घटना मंगलवार देर रात या फिर बुधवार सुबह की हो सकती है. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की बारीकी से जांच-पड़ताल के साथ मृतक ठेकेदार के परिवार जनों से पूछताछ कर रही है, ताकि मौत का कारण स्पष्ट हो सकें.
सुबह से घर के बाहर बैठा था नौकर
एक ही परिवार के तीन लोगों की अचानक सुसाइड करने के पीछे की कहानी अभी स्पष्ट नहीं हो पा रही है, क्योंकि पिछले 10 साल से उनके घर में काम कर रहे नौकर को भी यह विश्वास नहीं हो रहा कि सभी की मौत हो चुकी है. मृतक ठेकेदार के घर झाड़ू-पोछा और खाना बनाने आने वाले संतोष का कहना है कि वह सुबह से ठेकेदार नरेंद्र के फोन आने का घर के नीचे बैठकर इंतजार कर रहा था, क्योंकि वह जब फोन करके ऊपर बुलाते थे, तभी वह घर के ऊपरी हिस्से में काम करने जाता था, लेकिन जब दोपहर 12 बजे तक फोन नहीं आया तो उसने अपने मालिक ठेकेदार को फोन लगाया, लेकिन मोबाइल बंद बता रहा था.
मृतक नरेंद्र सिंह चौहान के पड़ोसी भी हैरान
काफी इंतजार करने के बाद संतोष ने उनके परिजनों को फोन कर बुलाया और जब चार बजे ऊपर जाकर देखा तो सभी बेडरूम में मृत अवस्था में लहूलुहान पड़े हुए थे. ठेकेदार मृतक नरेंद्र सिंह चौहान के पड़ोसी भी पूरी घटना सुनने के बाद हैरान हैं, क्योंकि आज तक उन्हें ऐसा कभी आभास नहीं हुआ कि वह परेशान हैं और इतना बड़ा कदम उठा लेंगे, लेकिन अचानक ऐसा क्या हुआ, वह खुद नहीं समझ पा रहे हैं, क्योंकि उन्होंने कभी भी किसी काम में नुकसान हो जाने या किसी से लेन-देन का जिक्र नहीं किया था.
जांच के घेरे में मृतक ठेकेदार का साला
बहरहाल शहर की 12 बीघा कॉलोनी में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत के बाद सन्नाटा पसरा हुआ है. हर किसी की जुबान पर सिर्फ एक ही सवाल है कि आखिर ठेकेदार नरेंद्र सिंह चौहान ने इतना बड़ा घातक कदम क्यों उठाया? हालांकि पुलिस को मृतक और उसके साले के बीच अनबन की खबर मालूम चली है तो वहीं ठेकेदार की मृत पत्नी सीमा की हथेली पर लिखा सुसाइड नोट भी उसके भाई की तरफ उंगली उठा रहा हैस लेकिन पुलिस इस एंगल के अलावा मृतक नरेंद्र के नगर निगम में किए जा रहे ठेकेदारी कार्यों की भी कुंडली खंगालने की तैयारी में है, ताकि ठेकेदार नरेंद्र की सुसाइड के पीछे की पूरी कहानी सामने आ सके.
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