खबर शहर , Agra: ईको में फंसा स्कूटर 10 मीटर घिसटा, मौत से पहले छटपटाते रहे युवा कारोबारी…हादसा देख खड़े हो गए रोंगटे – INA

आगरा के एमजी रोड पर स्पीड कलर लैब के सामने बृहस्पतिवार को दर्दनाक सड़क हादसे में युवा सराफा कारोबारी साैरभ चाैपड़ा (37) की दर्दनाक माैत हो गई। पुलिस ने बताया कि ईको गाड़ी 60 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक की रफ्तार पर दौड़ रही थी। टक्कर से स्कूटर कार के अगले हिस्से में फंस गया। सराफ 10 मीटर तक घिसटते रहे। 

 


60 की रफ्तार से दाैड़ रही थी ईको
एमजी रोड पर दिन में ट्रैफिक का दबाव अधिक रहता है। इस कारण वाहनों की रफ्तार धीमी रहती है। मगर, रात में ट्रैफिक कम होने पर वाहनों की रफ्तार बढ़ जाती है। पुलिस भी नहीं होती है। इस वजह से हादसे होते हैं। पूर्व में भी लोगों की जान जा चुकी है। थाना हरीपर्वत के प्रभारी ने बताया कि जिस ईको से हादसा हुआ, वह 50-60 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक की रफ्तार से दाैड़ रही थी। इस वजह से ही वह मोड़ पर रुकी नहीं। उसे सामने से आते कारोबारी का स्कूटर नहीं नजर आया। घटनास्थल पर एक मॉडल शॉप हैं। हालांकि उसका कैमरा घटना की तरफ नहीं था। वहीं स्मार्ट सिटी के कैमरों को पुलिस देख रही है, जिससे ईको की सही रफ्तार का पता किया जा सके।

 


हवा में उड़ा रफ्तार पर कार्रवाई का आदेश
पिछले दिनों एमजी रोड पर 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से अधिक से वाहन दाैड़ाने वाले चालकों के चालान काटने की योजना बनाई गई थी। स्मार्ट सिटी के कैमरों को अपग्रेड किया गया था। एक चाैराहे से दूसरे चाैराहे पर पहुंचने वाले वाहनों की निगरानी की जानी थी। रात में 11 बजे के बाद नो एंट्री खुल जाती है। इससे पहले ही रास्ता खाली होने की वजह से वाहन दाैड़ने लगते हैं। चालान काटने का आदेश सिर्फ कागजी ही रह गया।

 


सराफ बाजार में शोक की लहर
सराफ साैरभ चाैपड़ा की माैत से सराफा बाजार में शोक की लहर दाैड़ गई। रात में ही परिवार को सांत्वना देने के लिए व्यापारी पहुंचने लगे थे। शुक्रवार को बड़ी संख्या में व्यापारी और सराफ पोस्टमार्टमगृह भी पहुंचे। बाजार भी नहीं खुला। व्यापारियों के व्हाट्सएप ग्रुपों पर भी शोक संवेदना व्यक्त की गईं। पुलिस ने दोपहर में 2 बजे पोस्टमार्टम कराया।

 


दो बेटियों के सिर से उठा पिता का साया
मृतक कारोबारी साैरभ के घर में पत्नी रितिका के साथ 6 और 3 साल की दो बेटियां हैं। पति की माैत से पत्नी का हाल बेहाल है। बेटियां भी पिता को बार-बार याद कर रही हैं। उन्हें परिवार के लोग संभाल रहे हैं। बड़े भाई गाैरव और पिता भी फर्म चलाते हैं। शुक्रवार शाम को शव घर पहुंचते ही जैसे घर में कोहराम मच गया। परिजन के विलाप से हर आंख नम हो गई।
 


Credit By Amar Ujala

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