यूपी – Aligarh: थाने के बगल में कत्ल करने वाले पिता-पुत्र गिरफ्तार, पुलिस वालों पर नहीं आई आंच – INA
3 सितंबर की सुबह को करीब दस बजे झगड़े की रिपोर्ट दर्ज कराने थाने जा रहे अनुज को चाकू से गोदकर मार डाला था। कत्ल की इस सनसनीखेज वारदात के बाद घंटों बवाल रहा। थाने में कुर्सियां फेंकी गईं। दरोगा पर चप्पल उछाली गई। पुलिस पर खूब आरोप लगे। यह कत्ल थाने से महज 200 मीटर की दूरी पर हुआ लिहाजा इससे साफ था कि हमलावरों में पुलिस का खौफ नहीं था। खौफ होता भी तो क्यों। इलाका चौकी के दरोगा और सिपाहियों का हमलावरों के घर आना जाना जो था। यह आरोप थाने के भीतर ही पुलिस अफसरों के सामने अनुज के परिवार वालों ने लगाए थे।
पला साहिबाद रामबिहारी मोहल्ला निवासी रामकिशन और उसके पड़ोसी किशोरी लाल के परिवार के बीच विवाद पिछले तीन साल से था। नाली को लेकर शुरू हुआ झगड़ा इतना बढ़ गया था कि अब दोनों ही पक्ष एक दूसरे को सबक सिखाने के लिए तैयार रहते थे। 3 सितंबर की सुबह को भी दोनों गुटों में कहासुनी के बीच मारपीट हो गई। किशोरी लाल पक्ष ने पत्थरबाजी तक की और लाठी डंडों से रामकिशन के परिवार वालों को पीटा। इस संबंध में कंट्रोल रूम को मिली सूचना पर यूपी-112 की पीआरवी टीम भी पहुंची।
पुलिस को देख हमलावर वहां से गायब हो गए। इस पर पीआरवीकर्मियों ने रामकिशन को थाने जाकर तहरीर देने की बात कही। इस पर रामकिशन का बेटा अनुज, अपने भांजे कुनाल व अभिषेक एक बाइक पर थाने जा रहे थे, जबकि बाकी लोग दूसरे वाहन पर पीछे से जा रहे थे। इसी दौरान थाने से दो सौ मीटर पहले झम्मन लाल कंपाउंड वाली गली में किशोरीलाल के पुत्र राजन व रजत सहित टिंकू व अन्य एक दर्जन से अधिक अज्ञात लोगों ने अनुज, कुनाल व अभिषेक को रोक कर हमला कर दिया। इस दौरान अनुज की चाकू से गोदकर हत्या कर दी थी।
इस मामले में रामकिशन की तहरीर पर किशोरीलाल, उसकी पत्नी अनिता देवी, बेटा राजन व रजत, पुत्री कोमल, शीतल पत्नी राजन व टिंकू सहित एक अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। किशोरीलाल को वारदात के कुछ देर बाद ही गिरफ्तार कर लिया था। वहीं 4 सितंबर को किशोरी लाल का नामजद बेटा हत्या का मुख्य आरोपी राजन भी दबोच लिया गया है। फिलहाल किशोरी को जेल भेज दिया गया है। राजन को बृहस्प्तिवार को जेल भेजा जाएगा। बाकी की तलाश में दबिश जारी है। एक टीम को दिल्ली भी भेजा गया है। इलाके में एहतियातन पुलिस बल तैनात है। लेकिन इस घटना के बाद से आरोपों में घिरी पुलिस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
इसलिए उठ रहे सवाल